मुख्यमंत्री ने दी सैद्धांतिक स्वीकृति, 151 करोड़ रुपए की राशि की जाएगी खर्च
CHANDIGARH, 29 SEPTEMBER: हरियाणा के ऊर्जा मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि प्रदेश में स्कूलों व घरों के ऊपर से गुजरने वाली हाईटेंशन तारों को शिफ्ट करने के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सैद्धांतिक रूप से अपनी सहमति प्रदान कर दी है। बिजली निगम अपने खर्च पर इन तारों को शिफ्ट करेगा। इस कार्य हेतु अलग से लगभग 151 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया जाएगा।
चौधरी रणजीत सिंह आज यहां प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। ऑल हरियाणा पॉवर कारर्पोरेशन एम्पलॉयस यूनियन के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक के बारे जानकारी देते हुए चौधरी रणजीत सिंह ने बताया कि यह बैठक लगभग 3 घंटे चली और सौहार्दपूर्ण वातावरण में विभिन्न मुद्दों पर बातचीत हुई। यूनियन द्वारा कुछ मांगे रखी गई, जिनपर सहमति बनी है। कर्मचारी नेताओं को भी तहजीब व मर्यादा नहीं तोड़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे बिल्कुल स्पष्टवादी हैं। अब तक तो यूनियन वाले उनसे मिलने कभी आए नहीं। जब उन्होंने समय मांगा तो हमने तुरंत समय दिया और उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सूना। उन्होंने कहा कि सभी मांगों पर विचार करने के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जिसमें यूनियन के पदाधिकारियों को भी शामिल किया जाएगा।
स्मार्ट मीटर के संबंध में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा कि 10 लाख स्मार्ट मीटर खरीदने के ऑर्डर दे दिए गए हैं। जिसमें से लगभग 9 लाख मीटर आ चुके हैं। सभी राज्यों के लिए केंद्र सरकार की एजेंसी को स्मार्ट मीटर खरीदने का काम सौंपा गया है। शीघ्र ही 20 लाख और स्मार्ट मीटर खरीदने का ऑर्डर दिया जाएगा।
इस वर्ष 70 हजार सोलर ट्यूबवेल कनेक्शन देने का लक्ष्य निर्धारित
चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम-कुसुम) के तहत प्रदेश में इस वर्ष 70 हजार सोलर ट्यूबवेल कनेक्शन दिए जाने का लक्ष्य रखा है। किसानों का रुझान इसके प्रति बढ़ रहा है और यह संख्या लक्ष्य से अधिक भी जा सकती है। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा के मामले में हरियाणा देश में दूसरे नंबर पर है। उन्होंने कहा कि ढाणियों व डेरों में व्यवहार्यता को देखते हुए बिजली कनेक्शन दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने बिजली प्रबंधन की स्थिति को बेहतर किया है और इसी का परिणाम है कि पिछले 9 वर्षों में हरियाणा में बिजली की दरें नहीं बढ़ाई गई हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि है।
आई.एन.डी.आई. अलाइंस के संबंध में पूछे गए प्रश्न का जवाब देते हुए चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि हरियाणा में आई.एन.डी.आई. अलाइंस का कोई आधार नहीं है। चुनाव के नजरिये से केवल दो पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस की ही बात हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में विचारों का विरोधाभास होना स्वाभाविक है, परंतु राजनेताओं का भविष्य जनता ही तय करती है। हर व्यक्ति अपने-अपने ढंग से आगे बढ़ने का प्रयास करता है। लेकिन आई.एन.डी.आई. अलाइंस में तो बड़े कद का कोई नेता ही नहीं है और अभी से इस अलाइंस में नेताओं के दो-तीन धड़े बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि आज बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है और अन्य पार्टियों को अपने अस्तित्व का खतरा हो गया है, इसलिए सब गठबंधन की ओर देख रहे हैं।