कैबिनेट मंत्री विजय इंदर सिंगला लखीमपुर खीरी में नवजोत सिंह सिद्धू के साथ भूख हड़ताल पर बैठे

CHANDIGARH:  पंजाब के लोक निर्माण और प्रशासनिक सुधार मंत्री विजय इंदर सिंगला लखीमपुर खीरी की दु:खद घटना के पीडि़तों के परिवारों को मिलने के लिए उत्तर प्रदेश पहुँचे थे। सिंगला पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू और अपने कुछ कैबिनेट साथियों के साथ लखीमपुर खीरी पहुँचे और मृतकों के परिवारों के साथ मिलकर दुख साझा किया।

विजय इंदर सिंगला ने पत्रकार रमन कश्यप के परिवार के साथ भी मुलाकात की, जिसकी लखीमपुर खीरी में किसानों के साथ घटे दुखांत में मौत हो गई थी। रमन कश्यप के आवास पर सिंगला पार्टी प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के साथ भूख हड़ताल पर बैठे और परिवार, जोकि आशीष मिश्रा के खि़लाफ़ पूर्ण और निष्पक्ष जाँच की माँग कर रहा है, की माँगों के पूरे होने तक सिद्धू ने मौन रहने का प्रण भी लिया।

नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा मौन रहने का प्रण लेने के साथ विजय इंदर सिंगला ने मोर्चा संभालते हुए पुलिस और प्रशासन, जो धरने को हटाने की कोशिश कर रहे थे, के साथ बातचीत का नेतृत्व किया। सिंगला ने पूरी रात मीडिया को संबोधन किया और यह स्पष्ट किया कि वह तब तक भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे जब तक आशीष मिश्रा पुलिस जाँच में शामिल नहीं हो जाता।

पुलिस और प्रशासन ने सिंगला को भूख हड़ताल पर बैठने से रोकने की कोशिश की, परन्तु वह किसानों के समर्थन में दृढ़ता के साथ और अडिग होकर खड़े रहे और कश्यप के परिवार की मांगों के पूरे होने तक पीछे हटने से इनकार कर दिया। पूरे दिन की भूख हड़ताल के बाद सुबह 11 बजे सिंगला और सिद्धू ने आशीष मिश्रा के पुलिस जाँच में शामिल होने के बाद मृतकों के पारिवारिक सदस्यों के साथ अपनी भूख हड़ताल ख़त्म कर दी।

कश्यप के परिवार ने डटकर प्रशासन के साथ लडऩे और सरकार पर लगातार दबाव बनाने के लिए दोनों नेताओं का हार्दिक आभार व्यक्त किया, जिसके स्वरूप मिश्रा को पुलिस के सामने पेश और जाँच में शामिल होना पड़ा। विजय इंदर सिंगला ने टिप्पणी की कि यह बहुत शर्मनाक है कि भाजपा सरकार ने अपने ही मंत्री का बचाव करना जारी रखा। उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की कि आखिरकार कानून अपना काम करेगा और आशीष मिश्रा के लिए सख़्त से सख़्त सज़ा को सुनिश्चित बनाते हुए पीडि़तों को न्याय दिलाएगा।

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