चंडीगढ़ में दलित शिक्षिका का मामला गर्मायाः SC-ST संगठनों ने डीपीआई दफ्तर घेरा, समाज को मिला सोमवार तक कार्रवाई का आश्वासन

दलित संगठन अब 12 फरवरी को महापंचायत कर प्रशासन के आदेश की समीक्षा करेंगे, इसमें तय होगी आगे की रूपरेखा

CHANDIGARH, 6 FEBRUARY: चंडीगढ़ के तमाम दलित संगठनों ने ओम प्रकाश चोपड़ा व कृष्ण कुमार चड्डा के नेतृत्व में आज डीपीआई (स्कूल) चंडीगढ़ के कार्यालय का घेराव कर रोष प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में इन संगठनों के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। यह प्रदर्शन सेक्टर-18 स्थित सरकारी स्कूल की अनुसूचित जाति-जनजाति से संबंधित एक अध्यापिका के साथ स्कूल की प्रधानाचार्य राजबाला द्वारा कथित प्रताड़ना और जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल किए जाने के खिलाफ किया गया था।

वरिष्ठ सफाई कर्मचारी नेता ओमपाल सिंह चावर ने बताया कि दलित समाज के नेताओं ने गत 31 जनवरी को डीपीआई से मिलकर मांग की थी कि प्रिंसिपल राजबाला के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की जाए। डीपीआई ने दलित समाज के नेताओं को आश्वासन दिया था कि प्रिंसिपल राजबाला को तुरंत उसके मूल राज्य हरियाणा में वापस भेजा जाएगा लेकिन जब 4 फरवरी तक भी ऐसा नहीं हुआ तो दलित समाज के लोगों ने महापंचायत बुलाई और आज डीपीआई कार्यालय का घेराव कर डाला।

जनाक्रोश को देखते हुए डीपीआई एचएस बराड़ अपने कार्यालय से नीचे उतरकर प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे तथा उन्होंने दलित नेताओं को आश्वासन दिया कि राजबाला को जल्द प्रधानाचार्य पद से मुक्त कर हरियाणा वापस भेजा जाएगा। यह कार्रवाई सोमवार तक पूरी हो जाएगी। इस पर दलित नेताओं ने कहा कि वह शुक्रवार 10 फरवरी तक प्रशासन के लिखित उत्तर का इंतजार करेंगे। प्रशासन की तरफ से लिखित तौर पर क्या जवाब मिलता है, इसकी समीक्षा के लिए रविवार 12 फरवरी को फिर से दलित समाज की महापंचायत रखी गई है। यह महापंचायत 12 फरवरी को सुबह 11 बजे गुरुद्वारा श्री गुरु रविदास जी सेक्टर-30 चंडीगढ़ में होगी। उन्होंने कहा कि इस दिन तक दलित शिक्षिका को अगर इंसाफ न मिला तो प्रशासन के उच्चाधिकारियों व चंडीगढ़ के प्रशासक का भी घेराव किया जाएगा।

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