चंडीगढ़ कांग्रेस ने प्रशासक पर लगाया नगर निगम का अपमान करने का आरोप, पीड़ा जताई

लाखों लोगों को मुफ्त पानी देने की स्कीम जनहित में: राजीव शर्मा

CHANDIGARH, 13 MARCH: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित पर लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित नगर निगम की गरिमा को खुलेआम नीचा दिखाने का आरोप लगाते हुए इस पर गहरी पीड़ा और चिन्ता व्यक्त की है।

प्रशासक के इस आशय के सार्वजनिक बयान कि “चण्डीगढ़ में मुफ्त पानी की व्यवस्था संभव नहीं है” पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने कहा कि ऐसा कहकर प्रशासक ने निर्वाचन के द्वारा स्थापित स्थानीय निकाय का अपमान किया है, जबकि जनहित में नगर निगम मुफ़्त पानी देने का प्रस्ताव पहले ही बहुमत से पारित कर चुका है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि हालांकि प्रशासक के पास नगर निगम द्वारा पारित प्रस्ताव को खारिज करने का अधिकार है, लेकिन ऐसा केवल तभी किया जाना चाहिए जब यह प्रस्ताव उनके पास गुण-दोष के आधार पर निर्णय करने के लिए आधिकारिक तौर पर आता है।

कांग्रेस पार्टी ने इस बात पर अफसोस जताया कि भाजपा के नेतृत्व वाले निगम द्वारा चण्डीगढ़ शहर को 500 करोड़ रुपये के अनुचित और ग़ैरज़रुरी कर्ज़ में दबाने के अवांछनीय निर्णय की आलोचना करने के बजाय प्रशासक ने भाजपा की इस गलती को शहर वासियों के लिए एक सही एवं जनहितैषी स्कीम को खारिज करने के लिए इस्तेमाल किया है।

लोगों को मुफ्त सुविधाएं मुहैया कराने के सवाल पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जब अमीर कॉरपोरेट सेक्टर को दिए गए लाखों-करोड़ों रुपये के कर्ज को बिना सोचे-समझे माफ किए जा सकते हैं, तो करोड़ों जरूरतमंदों को आवश्यक सेवाएं देने के लिए केवल कुछ करोड़ रूपयों की राशि का प्रावधान समाज के सभ्रांत वर्गों की आपत्तियों का केन्द्र नहीं बनना चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने आगे कहा कि जब किसी को भी राज्य के राज्यपालों, विधायकों, मंत्रियों, उच्चाधिकारियों और दूसरे विशेषाधिकार प्राप्त व्यक्तियों आदि को मुफ्त सेवाओं और सुविधाओं के लिए भारी भरकम प्रावधानों पर कोई आपत्ति नहीं है, तो लाखों करोड़ों लोगों को आवश्यक सेवाओं पर कुछ करोड़ की सब्सिडी का अनुदान दिए जाने पर भी किसी को एतराज नहीं होना चाहिए।

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