चंडीगढ़ के डोर टू डोर गार्बेज कलेक्टरों ने भरी हुंकार, नगर निगम कमिश्नर को दी आंदोलन की चेतावनी

एमओयू में किए गए कई वायदे अभी तक नहीं हुए पूरे: ओमप्रकाश सैनी

CHANDIGARH, 13 MARCH: डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन सोसाइटी चंडीगढ़ की एक विशेष मीटिंग आज वाल्मीकि मंदिर सेक्टर-24 में बुलाई गई, जिसकी अध्यक्षता डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन सोसायटी के चेयरमैन ओम प्रकाश सैनी ने की। इस मीटिंग में डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन करने वाले सैकड़ों कर्मचारियों ने भाग लिया और इस बात पर सहमति जताई कि सभी एकजुटता से अपनी समस्याओं के हल के लिए संघर्ष करेंगे और अपने रोजगार पर कोई भी आंच नहीं आने देंगे। अगर नगर निगम कोई भी धक्केशाही करता है तो किसी भी हद तक जाकर हर तरह की लड़ाई लड़ने के लिए हर वक्त तैयार रहेंगे।

डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन सोसायटी के चेयरमैन ओम प्रकाश सैनी ने कहा कि अभी तक डोर टू डोर गार्बेज कलेक्टरों ने नगर निगम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है और कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के समय में भी अपनी जान जोखिम में डालकर पूरे शहर का गारबेज कलेक्ट करके शहरवासियों को इस महामारी से बचाने में अहम भूमिका निभाई लेकिन नगर निगम हमारी मांगों पर पूरी तरह से गौर नहीं कर रहा है। सैनी ने कहा कि नगर निगम ने एम.ओ.यू में किए गए बहुत से वायदे अभी तक पूरे नहीं किए हैं। डोर टू डोर गार्बेज कलेक्टरों की कलेक्शन में कटौती की जा रही है। इसके अलावा अपेक्स कमेटी बनाने, गाड़ियों में जो कमियां हैं उनको दूर करने, डोर टू डोर गार्बेज कलेक्टरों के स्वास्थ्य का चेकअप करवाने, उनको गुड़, तेल, साबुन बांटने की मांग पर भी कोई गौर नहीं किया गया है।

सैनी ने कहा कि हमारे से बिना पूछे डोर टू डोर गार्बेज कलेक्टरों की सैलरी काटी जा रही है। उन्होंने कहा कि बहुत से साथी मार्केट, शोरूम, होटलों और अन्य कॉमर्शियल एरिया में काम कर रहे हैं उनको वहीं पर काम करते रहने दिया जाए, उनका वहीं पर एम.ओ.यू. किया जाए। ओम प्रकाश सैनी ने कहा कि नगर निगम कमिश्नर को चंडीगढ़ में आए 4 माह हो चुके हैं लेकिन डोर टू डोर गार्बेज कलेक्टरों के कई बार आग्रह करने पर भी अभी तक उन्होंने एक भी मुलाकात नहीं की है। नगर निगम अधिकारी अपने आप कुछ इस तरह के फैसले ले रहे हैं जिनसे डोर टू डोर का गार्बेज कलेक्टरों को नुकसान हो रहा है और इन्हीं बातों को देखते हुए डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन सोसाइटी नगर निगम के इस रवैये की कड़े शब्दों में निंदा करती है।

उन्होंने कहा कि नगर निगम अधिकारी कहते हैं कि सैलरी महीने की 1 से 5 तारीख के बीच में आ जाएगी, फिर भी हर माह तनख्वाह देरी से डालते हैं। मीटिंग में सभी ने नगर निगम कमिश्नर को चेतावनी दी कि डोर टू डोर गार्बेज कलेक्टरों की समस्याओं को जल्द सुलझाएं, नहीं तो संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ेगा। इस मीटिंग में विशेष रूप से ओम प्रकाश सैनी चेयरमैन के अलावा प्रधान धर्मवीर राणा, शमशेर लोटिया, सुरेंद्र कागड़ा, विजेंद्र डुलगच, रोशन डुलगच, कर्मवीर बालाजी, रामपाल बिरला, राजबीर सरपंच, मोनू-45, सुरेन्द्र राणा, नरेश लोहट, नरेश कांगड़ा आदि सफाई कर्मचारी नेता मौजूद थे।

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