चंडीगढ़ में कॉलेज और विश्वविद्यालय के शिक्षकों का आंदोलन जारी, अनवरत भूख हड़ताल पर बैठ रहे शिक्षक

23 दिसम्बर को पंजाब कैबिनेट की मीटिंग के दौरान डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ के सभी शिक्षक भूख हड़ताल पर बैठेंगे: डॉ. गोकलाने

CHANDIGARH: पंजाब सरकार के खिलाफ कॉलेज और विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्यों को पूरी तरह से बंद करके किया जा रहा विरोध प्रदर्शन आज 21वें दिन में प्रवेश कर गया। आज एसजीजीएस कॉलेज कॉलेज सेक्टर 26 चंडीगढ़ में एक धरना आयोजित किया गया, जिसमें 200 से अधिक शिक्षकों ने भाग लिया। प्रमुख वक्ताओं ने जनवरी 2016 से देय 7वीं सीपीसी की सिफारिशों को लागू नहीं करने और राज्य में उच्च शिक्षा को यूजीसी से अलग करने के लिए पंजाब सरकार की निंदा की। शिक्षकों को द्वितीय श्रेणी का नागरिक मानने और उच्च शिक्षा को अपने एजेंडे में प्राथमिकता न देने के लिए सरकार की कड़े शब्दों में निंदा की गई।

पीएफयूटीओ और पीसीसीटीयू के तत्वावधान में श्रृंखला भूख हड़ताल आज अपने सोलहवें दिन में प्रवेश कर गई, जिसमें डॉ. श्रुति शौरी, डॉ. प्रतिभा धुंडिया, प्रो. अनु शर्मा, डॉ. मुकेश अहलावत और डॉ. टीना खत्री (सभी डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ से) सुबह 9 से शाम 5 बजे तक भूख हड़ताल पर बैठे और डॉ. नीरू मलिक (देव समाज कॉलेज फॉर एजुकेशन, सेक्टर 36), डॉ. मीनू वत्स, प्रो. कविता आनंद, डॉ. रितु शर्मा और डॉ. रमा कुमारी (सभी डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ से) ने आज शाम 5 बजे से कल सुबह 9 बजे तक हड़ताल जारी रखी।

डॉ. सुमित गोकलाने (अध्यक्ष, डीएवीसीटीयू) ने कहा कि डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ के सभी शिक्षक 23 दिसंबर को राज्य के उच्च शिक्षा क्षेत्र की मांगों के समर्थन में उस दिन होने वाली कैबिनेट बैठक के मद्देनजर भूख हड़ताल पर बैठेंगे।

error: Content can\\\'t be selected!!