कांग्रेस ‘विचारधारा’ नहीं, अपितु ‘परिवारधारा’ का अनुसरण कर रही है: देवशाली

भाजपा के वरिष्ठ नेता शक्ति प्रकाश देवशाली बोले- देश का विभाजन करवाने वालों के वंशजों द्वारा ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकालना हास्यास्पद

#Bharat jodo yatra CHANDIGARH, 9 SEPTEMBER: चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा के प्रशिक्षण विभाग के संयोजक, वरिष्ठ नेता एवं पूर्व पार्षद शक्ति प्रकाश देवशाली ने कांग्रेस पार्टी द्वारा निकाली जा रही ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि जिन लोगों के पूर्वजों की सत्ता-लोलुपता के कारण देश विभाजित हुआ, उनके द्वारा ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकाला जाना न केवल अचंभित करने वाला है, अपितु हास्यास्पद भी है।

देवशाली ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के समय यदि जवाहर लाल नेहरू की सत्ता-लोलुपता न होती तो हिन्दुस्तान के तीन टुकड़े न होते। इतना ही नहीं, जब चीन ने भारत के एक क्षेत्र पर कब्ज़ा किया तो यह कहकर बात को हंसी में उड़ा दिया गया कि उस जमीन पर एक तिनका घास का भी नहीं उगता, उससे क्या फर्क पड़ता है। इसके अतिरिक्त नेहरू भारतीय सेना द्वारा भारत-पाक युद्ध के दौरान लाहौर तक विजय पताका फहराने और 93000 सैनिकों को बंदी बनाने के बावजूद ‘पाक अधिकृत कश्मीर’ का निर्णय अपने अनुसार नहीं करवा पाए, जिनकी नाकामियों के कारण कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा मिला, पंजाब ने आतंकवाद का दंश झेला, नक्सलवाद ने अपने पांव पसारे।

शक्ति प्रकाश देवशाली ने कहा कि जिनके द्वारा स्पष्ट नीति निर्धारण न कर पाने के कारण वर्षों तक पूर्वोत्तर,विकास से अछूता रहा और देश से अलग-थलग रहा, जिन्होंने सदैव सत्ता-प्राप्ति के लिए जाति, धर्म, पंथ, सम्प्रदाय के नाम पर देशवासियों को विभाजित करने की राजनीति की, आज उनके वंशज जब ‘भारत जोड़ो यात्रा’ करते हैं तो जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा प्रतीत होता है। देवशाली ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के लिए प्रसारित किए जा रहे पोस्टर पर भी तंज कसते हुए कहा कि यह पोस्टर स्वयं ही वर्तमान कांग्रेस की व्यथा-कथा बता रहा है। कांग्रेस के अधिकतर नेता पार्टी के विचारहीन नेतृत्व से व्यथित होकर कांग्रेस छोड़ चुके हैं या घर बैठ गए हैं। यह सिद्ध करता है कि कांग्रेस किसी ‘विचारधारा’ का नहीं, अपितु ‘परिवारधारा’ का अनुसरण कर रही है।

error: Content can\\\'t be selected!!