पंजाब में अब सप्ताह के सभी दिनों में कराया जा सकता है कोविड टीकाकरण, जानिए पहचान के लिए क्या-क्या होगा मान्य

आधार कार्ड समेत कोई भी योग्य शिनाख़्ती कार्ड दिखाया जा सकता है टीका लगवाने के लिए

CHANDIGARH: कोविड टीकाकरण मुहिम का दायरा बढ़ाने के लिए पंजाब सरकार सप्ताह के सभी दिनों के दौरान टीकाकरण की सुविधा प्रदान कर रही है। इसके अलावा सैशन साइटों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी और राज्य में योग्य व्यक्तियों के टीकाकरण के लिए किसी भी पहचान पत्र को वैध माना जाएगा। ऐसा पिछले कई दिनों से राज्य में रोज़ाना के कोविड के नए मामलों में अचानक हुई वृद्धि के साथ कारगर ढंग से निपटने के लिए किया गया है। इस सम्बन्धी फ़ैसला कोविड हालात और चल रही टीकाकरण मुहिम की स्थिति का जायज़ा लेने के लिए मुख्य सचिव श्रीमती विनी महाजन की अध्यक्षता अधीन हुई वर्चुअल मीटिंग के दौरान लिया गया। 

उन्होंने सभी सम्बन्धित विभागों को हिदायत दी कि अधिक से अधिक आबादी को कवर करें और महामारी से मानवीय जानों के बचाव के लिए चल रही टीकाकरण मुहिम को तेज़ किया जाए। उन्होंने लोगों के दरमियान कोविड नियमों के सख़्ती से लागूकरण पर भी ज़ोर दिया।  विवरण साझे करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि टीकाकरण केन्द्रों की संख्या बढ़ाने के अलावा सरकार द्वारा सप्ताह के सातों दिन टीकाकरण किया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा 1 अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों का टीकाकरण करने सम्बन्धी हाल ही में दी गई मंज़ूरी का हवाला देते हुए श्रीमती महाजन ने चल रही टीकाकरण मुहिम का दायरा बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य और अन्य सम्बन्धित विभागों को अन्य निजी स्वास्थ्य संस्थाओं का सहयोग लेने के लिए कहा।

सरकारी और निजी सुविधाओं में टीकाकरण जारी रखने के अलावा मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग को यह भी हिदायत की कि अधिक से अधिक लोगों को कवर करने के लिए विशेष टीकाकरण कैंप लगाए जाएँ। श्रीमती विनी महाजन ने हिदायत की कि 45 साल से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों के लिए 1 अप्रैल से टीकाकरण मुहिम शुरू होने से पहले 31 मार्च तक सभी प्रबंध मुकम्मल किए जाएँ, जिससे आखिऱी समय में कोई दिक्कत न आए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को हिदायत की कि संवेदनशील वर्गों जैसे पत्रकारों, दुकानदारों, सरकारी कर्मचारियों $खासकर जो लोगों के संपर्क में आते हैं, को सबसे पहले टीका लगाया जाए। उन्होंने कहा कि लोगों की जान बचाने और वायरस के फैलाव को रोकने पर ध्यान केन्द्रित किया जाना चाहिए, क्योंकि राज्य में कोविड के मामले दिन-ब-दिन बढ़ रहे हैं।

श्रीमती महाजन ने चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग को कहा कि कोविड टैस्ट की रिपोर्ट सम्बन्धित व्यक्ति तक 15 घंटों में पहुंचनी यकीनी बनाई जाए, क्योंकि पहले पता लगने से वायरस के फैलाव को प्रभावशाली ढंग से काबू करने में मदद मिलेगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को माईक्रो कंटेनमैंट ज़ोनों में 100 प्रतिशत टेस्टिंग यकीनी बनाने की हिदायत भी की। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के प्रमुख सचिव श्री हुसन लाल ने कहा कि किसी भी फोटो पहचान पत्र को टीकाकरण के लिए योग्य माना जाएगा और किसी विशेष पहचान पत्र पर ज़ोर देने की ज़रूरत नहीं है।

मीटिंग में हिस्सा लेते हुए डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी), पंजाब दिनकर गुप्ता ने कहा कि राज्य की पुलिस वायरस के फैलाव को रोकने के लिए तत्पर है और मास्क न पहनने के कारण राज्य में अब तक 90,363 व्यक्तियों को कोविड टेस्टिंग के लिए ले जाया गया है। इसके साथ ही मास्क न पहनने के कारण एक सप्ताह में 18,500 से अधिक व्यक्तियों के चालान किए गए हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के निर्देशों पर 19 मार्च को विशेष मुहिम की शुरुआत की गई। उन्होंने सी.पीज़ और एसएसपीज़ को भी उल्लंघन करने वालों के खि़लाफ़ सख़्ती बरतने की अपील की, जो अपने साथ-साथ दूसरों की जान को भी खतरे में डाल रहे हैं। डीजीपी ने बताया कि पुलिस मुलाजि़मों और उनके परिवारों के लिए जल्द ही पुलिस लाईनों और अन्य स्थानों पर विशेष टीकाकरण कैंप लगाए जाएंगे।

मीटिंग में चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान के प्रमुख सचिव डी.के. तिवाड़ी, पंजाब सरकार के स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. के.के. तलवाड़, बाबा फऱीद यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ साइंसेज़ के उप-कुलपति डॉ. राज बहादुर, सभी डिप्टी कमिश्नर, पुलिस कमिश्नर, एस.एस.पीज़ और राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।

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