कोविड सेस से मिला पैसा विकास कार्यों में लगाने की मेयर की कोशिशों पर ऐतराज, पूर्व महापौर कमलेश ने एडवाइजर को लिखी चिट्ठी, पढ़िए क्या कहा

CHANDIGARH: चंडीगढ़ की पूर्व मेयर एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री श्रीमती कमलेश बनारसी दास ने शहर में कोविड सेस के जरिए हुई नगर निगम की कमाई को शहर के विकास पर खर्च करने की मेयर रविकांत शर्मा की कोशिशों पर ऐतराज जताया है। श्रीमती कमलेश बनारसी दास ने प्रशासन से इस पैसे को हैल्थ केयर सर्विसेज पर लगाने की मांग की है।

कोविड सेस से इतना इकट्ठा हुआ पैसा
पूर्व मेयर एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री श्रीमती कमलेश बनारसी दास ने इस मामले को लेकर प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा को एक पत्र लिखा है। इसमें श्रीमती कमलेश ने कहा है कि चंडीगढ़ प्रशासन ने कोरोनाकाल में शराब पर कोविड सेस लगाया था, जिससे 250000000 रुपया इकट्ठा हुआ है। अब नगर निगम के महापौर रविकांत शर्मा द्वारा कहा गया है कि इस पैसे को चंडीगढ़ के विकास के लिए खर्च किया जाए। इसलिए वह प्रशासन से बात कर रहे हैं। श्रीमती कमलेश ने मेयर रविकांत शर्मा की इस कोशिश का विरोध करते हुए कहा है कि कोविड सेस अचानक आई कोरोना महामारी से निपटने में फंड की कमी को दूर करने के लिए लगाया गया था परंतु अब इस सेस के जरिए इकट्ठे हुए राजस्व को चंडीगढ़ के विकास के लिए खर्च करना गलत होगा।

विकास कार्यों के लिए निगम के पास अलग से मौजूद हैं फंड
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ के विकास के लिए नगर निगम के पास पहले ही बहुत अलग-अलग प्रकार के फंड हैं, जिनसे चंडीगढ़ का विकास किया जा सकता है। पहले ही काफी टैक्स भी लगे हुए हैं, फिर चाहे वो प्रॉपर्टी टैक्स हो या पर्किंग टैक्स। श्रीमती कमलेश बनारसी दास ने कहा कि कांग्रेस ने नगर निगम की सत्ता में रहते हुए शहर का विकास भी किया था और बचत में 500 करोड़ की FD भी छोड़ी थी, फिर भी बीजेपी न तो शहर में सड़कें बनवा पाई और न ही पानी का प्रबन्ध कर पाई। इसलिए कोविड सेस से जुटाए गए फंड को सिर्फ हैल्थ केयर सर्विस पर खर्च किया जाए। मौजूदा हालात में यह जरूरी भी है।

error: Content can\\\'t be selected!!