पुलिस हिरासत से गैंगस्टर टीनू की फरारी के मामले में चार सदस्यीय एसआईटी का गठन

सरकार ने मानसा के सीआईए इंचार्ज को पहले ही कर दिया था बर्खास्त और ड्यूटी में लापरवाही पर किया गिरफ्तार

CHANDIGARH, 4 OCTOBER: डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने आज मानसा में गैंगस्टर दीपक टीनू के पुलिस हिरासत में से फऱार होने की सारी साजिश का पर्दाफाश करने और इस मामले की प्रभावशाली और तेज़ी के साथ जांच को यकीनी बनाने के लिए एक चार सदस्यीय विशेष जांच टीम ( एस.आई.टी.) का गठन किया है। 

एस.आई.टी. में पटियाला रेंज के आई. जी. पी. एम. एस. छीना को चेयरपरसन के तौर पर शामिल किया गया है, जबकि तीन सदस्यों में ए. आई. जी. एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ( एजीटीऐफ) ओपिन्दरजीत सिंह, एसएसपी मानसा गौरव तुरा और डीएसपी एजीटीऐफ बिकरमजीत सिंह बराड़ शामिल हैं। स्टेशन हाऊस अफ़सर (एस. एच. ओ.) पुलिस थाना सिटी-1 मानसा की तरफ से एस. आई. टी. को पूरा सहयोग होगा। ज़रूरत पडऩे पर बठिंडा और पटियाला रेंज के किसी अन्य अधिकारी को भी एस. आई. टी. की सहायता के लिए चुना जा सकता है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि इस मामले की जांच पूरे ज़ोरों पर चल रही है और पुलिस की कई टीमें फऱार हुए गैंगस्टर को पकडऩे के लिए छापेमारी कर रही हैं।

सक्रिय पहुँच अपनाते हुये पंजाब पुलिस की तरफ से मानसा के सी. आई. ए. इंचार्ज प्रितपाल सिंह को तुरंत मुअत्तल करके गिरफ्तार कर लिया गया था और ड्यूटी में कोताही करने के दोष में उसके विरुद्ध एफ. आई. आर. दर्ज की गई थी। दोषी पुलिस मुलाजि़म को धारा 311 के अंतर्गत नौकरी से बख़ास्र्त कर दिया गया है। डी.जी.पी. ने कहा कि एस. आई. टी. इस मामले की रोज़मर्रा के आधार पर जांच करेगी और दोषी पाये जाने वाले किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार किया जायेगा और पुलिस की तरफ से उनके खि़लाफ़ सम्बन्धित अदालत में रिपोर्ट पेश की जायेगी। 

जि़क्रयोग्य है कि एस. आई. टी. को जांच प्रक्रिया को तेज़ी से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। 

error: Content can\\\'t be selected!!