चौथा प्रगतिशील पंजाब निवेश सम्मेलन: ‘उद्योग लाओ और चलाओ’ की सुविधा से लैस 6000 एकड़ का लैंड बैंक विकसित: चन्नी

मुख्यमंत्री ने औद्योगिक दिग्गजों को राजनीतिक या अफसरशाही के स्तर पर भ्रष्टाचार, नकारात्मक रवैया, देरी और लापरवाही न बरतने का आश्वासन दिया

CHANDIGARH: देश-विदेश के औद्योगिक दिग्गज़ों को राज्य में निवेश के लिए अनुकूल माहौल मुहैया करवाने का आश्वासन देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज औद्योगिक क्षेत्र के लिए उनकी सरकार की तरफ से असली मददगार और सहयोगी के तौर पर अपनी भूमिका निभाने की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा कि उनकी सरकार राजनैतिक या अफसरशाही के स्तर पर किसी तरह के भ्रष्टाचार, नकारात्मक रवैए, रुकावटें खड़ी करने और लापरवाही अपनाए जाने वालों के प्रति कोई लिहाज़ नहीं बरतेगी।

आज यहाँ भारतीय स्कूल ऑफ बिजऩेस में चौथे प्रगतिशील निवेश सम्मेलन के देश-विदेश से वर्चुअल तौर पर उद्यमियों के सम्मिलन वाले सैशन के दौरान अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगपतियों की उम्मीदों पर पंजाब खरा उतरेगा, क्योंकि राज्य, देश में कारोबार करने का सबसे बेहतरीन स्थान है।

26 और 27 अक्टूबर, 2021 के दो दिवसीय ‘प्रगतिशील पंजाब निवेश सम्मेलन’ के पहले दिन शामिल हुए प्रसिद्ध उद्योगपतियों का धन्यवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न उद्योगपतियों के कीमती सुझावों के मुताबिक राज्य सरकार अपनी मौजूदा औद्योगिक नीति में ज़रूरी संशोधन करके इसको और भी निवेश समर्थकीय बनाएगी।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि वह बहुत ही साधारण पृष्टभूमि से आए हैं और वह खुद भी आम व्यक्ति को पेश रोज़ाना की चुनौतियों में से गुजऱते रहे हैं जिस कारण वह समस्याओं से भली-भाँति वाकिफ़ हैं। चन्नी ने कहा, ‘‘मैं पंजाब के नौजवानों को बड़ी मंजिलें छू लेने के सपने संजोते हुए देखा है और मैं इनके सपने साकार करने के प्रति प्रतिबद्ध हूँ और आपके सहयोग के बिना इनको पूरा नहीं किया जा सकता।’’ उन्होंने उद्योगपतियों को समाज में अर्थव्यवस्था के अहम सृजनकर्ता और अवसरों का स्रोत करार दिया, जिससे राज्य के नौजवान अपनी खाहिशों की पूर्ति कर सकें।

औद्योगिक दिग्गज़ों को बुलावा देते हुए चन्नी ने कहा, ‘‘आपके पास पूँजी है, आप जोखिम उठाने का सामथ्र्य रखते हुए और आपके पास कारोबार करने की योजनाएँ हैं। मेरे पास इच्छा शक्ति है, मेरे पास इरादा है और मैं प्रतिबद्ध हूँ। मैं आज सब से यह वादा भी करता हूँ कि हमारी सरकार यह नजऱ रखने के लिए आपके साथ कदम से कदम मिला कर चलेगी कि सरकार द्वारा कोई भी आपकी रफ़्तार या योजनाओं में रूकावट पैदा न करे। आओ, मिलकर आपकी और सरकार के असली सामथ्र्य के अनुसार नतीजे दें। आओ, दोतरफ़े विकास पर तरक्की के लिए एकजुट होकर काम करें।’’

चन्नी ने सीधे विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए पंजाब को मुल्क के सर्वोच्च 10 राज्यों में से सर्वोच्च 5 में शुमार करने की मंशा ज़ाहिर की। उन्होंने कहा कि राज्य द्वारा ‘उद्योग लाओ और चलाओ’ की सुविधा से लैस 6000 एकड़ की लैंड बैंक विकसित की गई है और उद्योग की सक्रिय हिस्सेदारी के साथ कौशल विकास की कारगर प्रणाली सृजन की गई है। पंजाब कौशल विकास मिशन की भी कायाकल्प की जा चुकी है, जिससे उद्योग के लिए भविष्यमुखी कौशल पैदा किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने देश की चोटी की कंपनियाँ जिनमें होशियारपुर में जापानी सहयोग यानमार इंडिया के साथ इंटरनैशनल ट्रैकटर्स लिमटिड, निजी क्षेत्र में भारत की सबसे बड़ी पैट्रोलियम रिफायनरी-एच.एम.ई.एल, बठिंडा, कपूरथला में आई.टी.सीज़ की उत्तरी भारत की सबसे बड़ी फूड प्रोसेसिंग यूनिट, आरती स्टील-ई.वी. ज्वाइंट टेस्ला की वैश्विक चेन का हिस्सा, टोनसा (मोहाली) में सन फार्मास्यूटीकल सुविधाएं, बरनाला में ट्राइडेंट यूनिट और हीरो साईकिल्स शामिल हैं, द्वारा राज्य के औद्योगिक विकास में दिए गए अथाह योगदान पर प्रकाश डाला। चन्नी ने कहा कि यह सब कुछ राज्य में सुखद माहौल के बिना संभव नहीं था।

अपने संबोधन में वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने राज्य में औद्योगीकरण का नया अध्याय लिखने के लिए उद्योग जगत के दिग्गजों द्वारा एि गए कीमती योगदान की भरपूर सराहना की। उन्होंने कहा कि पंजाब पहले ही कृषि क्षेत्र में सफल स्थान पर पहुँच चुका है और अब उद्योग को बढ़ावा देना समय की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि पंजाबियों को दुनिया भर में अपनी सख़्त मेहनत और बहादुरी के लिए जाना जाता है, इसी भावना से उन्होंने हरित क्रांति लाकर देश को खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ इसकी राष्ट्रीय सुरक्षा में अग्रणी भूमिका निभाई।

इससे पहले अपने स्वागत भाषण में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री गुरकीरत सिंह कोटली ने कहा कि यह प्रगतीशील पंजाब निवेशक सम्मेलन संभावित उद्योगपतियों और निवेशकों के विश्वास को बढ़ावा देने में अहम साबित होगा और पंजाब को न सिफऱ् देश में बल्कि विश्व भर में सबसे अधिक पसन्दीदा स्थान के तौर पर पेश करेगा। उन्होंने उद्योगपतियों को अपने यूनिट जल्द से जल्द स्थापित करने के लिए सभी ज़रूरी मंज़ूरी देने सम्बन्धी पूर्ण समर्थन और सहयोग का आश्वासन दिया।

इस मौके पर बोलते हुये मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवाड़ी ने कहा कि राज्य के सर्वपक्षीय विकास और संतुलित क्षेत्रीय विकास को उत्साहित करने के लिए पंजाब सहयोगी हिस्सेदारी में विश्वास रखता है। उद्योग की उद्यमी भावना और सरकार की सहायक नीतियों के साथ राज्य सरकार पंजाब को एक ग्लोबल मैनुफ़ेक्चरिंग हब (सांसारिक निर्माण केंद्र) बनाना चाहती है और इसके विकास के लिए उद्योग को ज़रुरी सभी सहयोग प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है।

इस मौके पर चन्नी ने निवेशक सम्मेलन, 2021 की याद में कैंपस में आम का पौधा लगाया। धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुये उद्योग और वाणिज्य के प्रमुख सचिव तेजवीर सिंह ने कहा कि राज्य में व्यापारिक माहौल को और बेहतर बनाने और नीतियों में स्थिरता और निरंतरता को यकीनी बनाने के लिए पंजाब सरकार की दृढ़ वचनबद्धता राज्य के औद्योगिक विकास को नयी बुलन्दियों पर लेकर जायेगी और उद्योग, कारोबार और रोजग़ार पर राज्य का ध्यान केन्द्रित करेगी।

औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए निवेश पंजाब की पहलकदमियों के बारे अपने विचार सांझा करते हुये ट्राइडेंट ग्रुप के चेयरमैन रजिन्दर गुप्ता ने कहा कि एक पंजाब सरकार की उदारवादी नीतियों से उनके उद्योग ने बेमिसाल तरक्की की है और इस ऐतिहासिक मौके पर उन्होंने अपने कारोबार में 2000 करोड़ रुपए के विस्तार का ऐलान किया है।

इस दौरान चेयरमैन और एमडी, एचयूऐल संजीव मेहता ने 1200 करोड़ रुपए के निवेश का ऐलान किया और अमिट्टी यूनिवर्सिटी के चांसलर डा. अतुल चौहान ने उच्च् शिक्षा के क्षेत्र में अगले दो सालों में 300 करोड़ रुपए निवेश करने का ऐलान किया। इसके इलावा महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद जी महिंद्रा ने ऐलान किया कि राज्य में जल्दी ही तीसरी ट्रैक्टर फैक्ट्री लगाई जायेगी और पठानकोट के नज़दीक होटल प्रोजैकट विकसित किया जायेगा।

अन्य उद्योगपतियों जिनमें वाइस चेयरमैन और एमडी जेके पेपर लिमटिड हरश पती सिंघानिया, सन फार्मास्यूटीकल इंडस्ट्रीज लिमटिड के संस्थापक और एमडी दिलीप सांघवी, एमडी और सीईओ इनवैस्ट इंडिया दीपक बागला, एमडी यानमार इंडिया काजुनोरी अजिकी, चेयरमैन यूरप हिन्दूजा ग्रुप प्रकाश पी हिन्दूजा, अतिरिक्त सचिव डीपीआईआईटी श्रीमती सुमिता दावरा, चेयरमैन और एमडी आईटीसी संजीव पुरी, भारत में जापान की राजदूत सतोशी सुजूकी, चेयरमैन आदित्या बिरला ग्रुप कुमार मंगलम बिरला और कार्यकारी चेयरमैन आर्सेलर मित्तल लक्ष्मी एन. मित्तल ने राज्य भर में अलग-अलग औद्योगिक उद्यमों में अपनी हिस्सेदारों संबंधी तजुर्बे और जानकारियां सांझा की।  सम्मेलन में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव हुसन लाल और निवेश पंजाब के सी.ई.ओ. के रजत अग्रवाल उपस्थित थे।

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