मोहाली नगर निगम चुनाव में भी कांग्रेस की जय-जय, भाजपा व अकाली दल का सूपड़ा साफ, पूर्व मेयर कुलवंत सिंह हारे

MOHALI: मोहाली नगर निगम चुनाव में भी कांग्रेस ने बाजी मार ली है। यहां भाजपा व शिरोमणि अकाली दल का सूपड़ा साफ हो गया है। पूर्व मेयर कुलवंत सिंह का आजाद ग्रुप यहां दूसरे नंबर पर रहकर मुख्य विपक्षी दल के रूप में सामने आया है।

कल नहीं हुई थी मतगणना

मोहाली नगर निगम के चुनाव परिणाम को लेकर कांग्रेस जश्न में डूब गई है। राजधानी चंडीगढ़ से सटा होने के कारण मोहाली के रिजल्ट पर सबकी नजर लगी हुई थी। यहां दो बूथों पर विवाद के बाद कल दोबारा मतदान कराया गया था। इस कारण मोहाली नगर निगम के बाकी बूथों के वोटों की भी गिनती कल नहीं हो पाई थी। दो बूथों पर पुनर्मतदान के बाद आज कराई गई वोटों की गिनती में कांग्रेस ने शुरू से ही बढ़त बनाए रखी थी। अंत में कांग्रेस ही पूर्ण बहुमत से मोहाली नगर निगम पर काबिज हो गई।

आम आदमी पार्टी ने दिया था आजाद ग्रुप को समर्थन

मोहाली नगर निगम में कुल 50 वार्ड हैं। इनमें से 37 में कांग्रेस तथा 13 में आजाद ग्रुप के उम्मीदवार विजयी हुए हैं, जबकि भाजपा व शिरोमणि अकाली दल का पत्ता साफ हो गया है। आम आदमी पार्टी ने यहां चुनाव न लड़कर आजाद ग्रुप के उम्मीदवारों को अपना समर्थन दिया था। हालांकि आजाद ग्रुप के लिए झटका यह है कि इस ग्रुप का नेतृत्व कर रहे पूर्व मेयर कुलवंत सिंह खुद चुनाव हार गए हैं, जबकि पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के भाई जीती ने इस चुनाव में विजय हासिल की है। माना जा रहा है कि जीती ही मोहाली नगर निगम के मेयर बन सकते हैं।

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