केजरीवाल द्वारा कृषि कानूनों की तारीफ से पता लगता है कि आम आदमी पार्टी किसानों की कितनी हमदर्द है: कैप्टन अमरिन्दर सिंह

CHANDIGARH: दिल्ली के मुख्यमंत्री से उनके ही शहर में सड़कें खोदने और नाकबन्दी को रोकने में नाकाम रहने पर किए सवालचंडीगढ़, 3 फरवरी:किसानों के मुद्दे पर बीते दिन सर्वदलीय मीटिंग में से वाक-आउट कर जाने से आम आदमी पार्टी का दोगला चेहरा फिर नंगा हो जाने के एक दिन बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज कहा कि पंजाब के लोगों को ऐसी पार्टी से कोई उम्मीद नहीं रखनी चाहिए जिसका प्रमुख आन रिकार्ड खेती कानूनों को 70 सालों में कृषि क्षेत्र सबसे बड़ा क्रांतिकारी कदम बता चुका हो।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि सर्वदलीय मीटिंग में से वाक-आउट कर जाने से न सिर्फ इस पार्टी का वास्तविक किरदार सामने आया, बल्कि अरविन्द केजरीवाल की वीडियो ने आप नेताओं के झूठ का भी पर्दाफाश कर दिया है। इस वीडियो में एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री खेती कानूनों के लाभ बताते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो के साथ छेड़छाड़ होने के किये जा रहे आप के दावे को रद्द करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी की तरफ से समय-समय पर पलटने के ट्रैक रिकार्ड से यह स्पष्ट होता है कि पार्टी किसानों के प्रति कितनी हमदर्द है। उन्होंने कहा कि बीते दिन वाक-आउट करने के इलावा खेती कानूनों और किसान आंदोलन सम्बन्धी निरंतर नौटंकियां करने के बाद उन पर कोई कैसे विश्वास कर सकता है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर यह पहली बार नहीं है कि आप का दोगला किरदार सामने आया है।

26 जनवरी को हिंसा के दौरान लाला किले में आप के पंजाब के मैंबर अमरीक मिक्की की मौजुदगी का हवाला देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें रत्ती भर भी संदेह नहीं कि किसानों के शांतमयी आंदोलन को अस्थिर और तोडऩे की साजिश में इस पार्टी के भारतीय जनता पार्टी के साथ सांठगांठ थी।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा, ‘पिछले इन महीनों के दौरान किसानों की मदद के लिए उन्होंने किया क्या है?’ उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में आप की कार्यवाहियों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इनको किसानों के साथ नहीं बल्कि भाजपा और उनकी भागीदार जुंडली के साथ हमदर्दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में नवंबर महीने में काले खेती कानूनों में से एक कानून को लागू करने के लिए नोटीफायी क्यों किया? उन्होंने अपनी शक्तियों का प्रयोग करने की बजाय राष्ट्रीय राजधानी की सडक़ें खोदने और किसानों के आंदोलन वाले स्थानों का किले की तरह घेराबन्दी करने की इजाजत क्यों दी जबकि शहर की सडक़ें केंद्र सरकार नियंत्रण में न होकर दिल्ली सरकार के नियंत्रण में हैं।

उन्होंने कहा कि यह बहुत हास्यप्रद बात है कि वह पार्टी जो दिल्ली की सत्ता में होने के बावजूद अपनी सम्पत्ति की कोई रक्षा नहीं कर सकी, वह किसान समर्थकी मीटिंग में से इस बात पर वाक-आउट कर गई कि हमारी पुलिस सभी नियमों और कानूनों को ताक पर रख कर उनके राज्य में भेजी जाये।

उन्होंने कहा कि यह जाहिर है कि आप ने दिल्ली सरहद पर पुलिस तैनात करने का यह सारा नाटक सिर्फ इसलिए रचा है जिससे आम आदमी पार्टी की अपनी नाकामियां पर कुछ दिन पहले दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान घटित घटनाओं में निभाई भूमिका से ध्यान भटकाया जा सके।

मुख्यमंत्री ने केजरीवाल को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि दिल्ली सरकार ने हिरासत में लिए किसानों की सूची जारी करने में एक हफ्ते से भी अधिक का समय लगा दिया जोकि तेहाड़ जेल में बंद हैं, जोकि उनके अपने कंट्रोल में है। उन्होंने कहा, ‘आप अभी भी यह दावा कर रहे हो कि आपको किसानों की चिंता है और आप उनकी देखभाल कर रहे हो।’

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