हार के बाद कांग्रेस का एक और वार: निगम में पेड पार्किंग घोटाले का आरोप, मेयर रविकांत की चुप्पी पर उठाए सवाल

चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को चिट्ठी लिखकर मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की

CHANDIGARH: 2021 के लिए चंडीगढ़ के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर चुनाव में हार के बाद नगर निगम अधिकारियों व भाजपा के खिलाफ वार-दर-वार कर रही कांग्रेस ने अब नवनिर्वाचित मेयर रविकांत शर्मा के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस ने नगर निगम में पेड पार्किंग घोटाले का आरोप लगाते हुए चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को पत्र लिखकर इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। साथ ही इस कथित घोटाले को लेकर मेयर रविकांत शर्मा की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं।

इन कांग्रेस नेताओं ने लिखी चिट्ठी

चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा के अलावा कांग्रेस के पूर्व महापौरों सुभाष चावला, सुरिंदर सिंह, हरफूल चंद्र कल्याण, कमलेश बनारसीदास और नगर निगम में विपक्ष के नेता दविंदर सिंह बबला, पार्षद गुरबख्श रावत, शीला फूल सिंह, सतीश कैंथ, रविंदर कौर गुजराल ने संयुक्त रूप से आरोप पत्र के साथ प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को लिखी चिट्ठी में कहा है कि नगर निगम में अवैध पेड पार्किंग मुद्दे को छिपाने की हर संभव कोशिश हुई है, जिससे न केवल सरकारी खजाने को नुकसान हुआ है, बल्कि बेवजह पार्किंग शुल्क का भुगतान करने के कारण जनता की जेब पर भी आर्थिक बोझ पड़ा, जो कि पहले कभी नहीं हुआ था।

यह है मामला

कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि अवैध पार्किंग शुल्क का यह मामला सेक्टर-22 और बिजवाड़ा मार्केट से जुड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सेक्टर 22-डी में पार्किंग स्थल को संचालित करने के लिए चंडीगढ़ नगर निगम द्वारा एक ठेकेदार लगा दिया गया था। वह सेक्टर-22 के अन्य हिस्सों में, विशेष रूप से सेक्टर 22-सी मार्केट और बिजवाड़ा मार्केट में लोगों से पार्किंग फीस वसूलता रहा, जबकि उसे इस एरिया का टेंडर अलॉट नहीं हुआ था। ठेकेदार द्वारा पार्किंग शुल्क का यह फर्जीवाड़ा कम से कम 2 महीने तक चलता रहा और ये तब सामने आया जब बाजार के दुकानदारों ने ठेकेदार से शुल्क वसूलने का टेंडर अलॉटमेंट/अनुमति पत्र दिखाने को कहा लेकिन ठेकेदार उसके संबंध में कोई दस्तावेज दिखाने में विफल रहा, जिससे पार्किंग शुल्क वसूलने में लोगों से धोखाधड़ी और अवैध मनी चार्जिंग का मामला सामने आया।

मेयर रविकांत ने कभी नहीं उठाया यह मामला

कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि इस मुद्दे का दुखद सच यह है कि पीड़ित दुकानदार अभी भी न्याय पाने से दूर हैं, जबकि सेक्टर-17 पुलिस थाने में एक डीडीआर दर्ज होने के बाद भी आवश्यक कार्रवाई नहीं की गई है। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि हैरान करने वाला तथ्य यह भी है कि एरिया पार्षद और वर्तमान मेयर रविकांत शर्मा ने वेंडर द्वारा अवैध पार्किंग व उसमें वसूले जा रहे अवैध शुल्क के मुद्दे को कभी नगर निगम में नहीं उठाया। स्थानीय दुकानदारों को यह उम्मीद थी कि सेक्टर-22 के पार्षद रविकांत शर्मा इस मुद्दे को उच्च अधिकारियों के समक्ष उठाएंगे और दुकानदारों व क्षेत्र निवासियों को न्याय दिलाने में मदद करेंगे लेकिन इस मुद्दे पर उनकी चुप्पी हैरत में डालने वाली है।

सीबीआई जांच का भी दिया सुझाव

चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने प्रशासक वीपी सिंह बदनौर से अनुरोध किया है कि वह अधिकारियों को निर्देश दें कि वे इस मुद्दे की जांच तेजी से करें और कानून के अनुसार आवश्यक कार्रवाई करें। कांग्रेस नेताओं ने यह भी सुझाव दिया है कि इस मुद्दे की सीबीआई जांच करवाई जाए तो निगम अधिकारियों, ठेकेदार व अन्य लोगों की इसमें मिलीभगत सामने आ जाएगी। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जिस दिन से बीजेपी चंडीगढ़ नगर निगम की सत्ता में आई है, उस दिन से भ्रष्टाचार और अनियमितता का बोलबाला है।

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