पंजाब में बिजली संकटः निरंतर चलने वाले उद्योग अब 30% क्षमता के साथ काम कर सकेंगे, जानिए किनको मिली 100% छूट

राइस शैलर, टेलीकॉम और कॉल सैंटरों सहित जरूरी सेवाओं से सम्बन्धित इकाइयों को पूरी क्षमता के साथ काम करने की इजाजत

CHANDIGARH: पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (P.S.P.C.L.) के निरंतर यत्नों स्वरूप भारी बिजली की माँग के बावजूद आज बाद दोपहर से लुधियाना के उद्योगों में काम शुरू हो गया। P.S.P.C.L. के चीफ़ मैनेजिंग डायरैक्टर (C.M.D.) ए.वेनू प्रसाद ने आज यहाँ बताया कि लुधियाना उद्योग रैगूलेशन ख़त्म हो गया है और ज़रूरी सेवाओं वाले उद्योगों के अलावा राज्य में निरंतर चलने वाले उद्योगों को सोमवार से 30 प्रतिशत क्षमता के साथ काम करने की आज्ञा दी जायेगी।

उन्होंने आगे बताया कि टी.एस.पी.सी.एल. की दूसरी यूनिट में नुक्स पडऩे के बावजूद बिजली सप्लाई संतोषजनक है और नुक्स ठीक किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि जल्द से जल्द समूची बिजली सप्लाई को सामान्य करने के लिए पुरज़ोर यत्न जारी हैं। उन्होंने आगे कहा कि पोल्ट्री, राईस शैलर, दूरसंचार और कॉल सैंटरों समेत ज़रूरी सेवाओं से सम्बन्धित इकाईयों को इन पाबंदियों से छूट दी गई है और उनको पूरी क्षमता के साथ काम करने की आज्ञा है।उद्योग क्षेत्र को जल्द ही फिर से पूरी क्षमता के साथ कार्यशील बनाने में पूर्ण सहायता देने का भरोसा देते हुए सी.एम.डी. ने कहा कि विभाग सभी क्षेत्रों को निर्विघ्न मानक बिजली सप्लाई को यकीनी बनाने के लिए वचनबद्ध है।

उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में धान की बिजाई पूरे ज़ोरों पर है और विभाग राज्य भर के किसानों को 8 घंटां की निर्विघ्न बिजली की सप्लाई भी यकीनी बना रहा है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य के लोगों को किसी किस्म की मुश्किल से बचने के लिए माँग और सप्लाई के समीकरण को जल्द से जल्द संतुलित करने के लिए सभी यत्न किये जा रहे हैं।  किसानों को कम-से-कम 8 घंटे निर्विघ्न बिजली की सप्लाई की जा रही है।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के दिशा-निर्देशों पर पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (पी.एस.पी.सी.एल.) द्वारा धान की बिजाई के लिए रोज़ाना 8 घंटे निर्विघ्न बिजली की सप्लाई सुनिश्चित की जा रही है। घरेलू बिजली सप्लाई में भारी माँग के बावजूद किसानों को 8 घंटे बिजली दी जा रही है।

पी.एस.पी.सी.एल. के चीफ़ मैनेजिंग डायरेक्टर (सी.एम.डी.) ए. वेनू प्रसाद ने बताया कि मौजूदा समय में चल रही धान की बिजाई के मद्देनजऱ कृषि क्षेत्र से सम्बन्धित ज़रूरतों को पूरा करने के लिए विभाग द्वारा प्राथमिक आधार पर राज्य भर के किसानों को कम-से-कम आठ घंटे बिजली की सप्लाई दी जा रही है।खेती संबंधी गतिविधियों के लिए दी जा रही बिजली सप्लाई संबंधी आंकड़ों का हवाला देते हुए सी.एम.डी. ने बताया कि सरहदी ज़ोन गुरदासपुर, सब-अमृतसर और तरन तारन को शनिवार वाले दिन औसतन 12.4 घंटे सप्लाई जबकि उत्तरी ज़ोन कपूरथला, जालंधर, होशियारपुर और नवां शहर जिलों को इसी दिन औसतन 10.3 घंटे बिजली की सप्लाई प्राप्त हुई।विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि इसी तरह दक्षिणी ज़ोन में पड़ते पटियाला, संगरूर, बरनाला, रोपड़ और मोहाली जिलों को इसी समय के दौरान औसतन 9.6 घंटे बिजली की सप्लाई मिली।

बठिंडा, फरीदकोट, श्री मुक्तसर साहिब और फिऱोज़पुर के इलाकों को इसी दिन औसतन 8.9 घंटे बिजली की सप्लाई प्राप्त हुई। इस तरह इसी सैक्टर को इसी दिन औसतन कुल 9.8 घंटे बिजली की सप्लाई दी गई।सभी क्षेत्रों के लिए सभ्य बिजली सप्लाई को यकीनी बनाने के लिए सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुए चीफ़ मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा कि लोगों को किसी भी किस्म की परेशानी से बचाने के लिए माँग और सप्लाई समीकरण को जल्द ही संतुलित करने के लिए सभी संभव प्रयास किये जा रहे हैं।  

error: Content can\\\'t be selected!!