पंजाब विधानसभा चुनाव अब 20 फरवरी को होगा, नामांकन की आखिरी तिथि 1 फरवरी

सोशल मीडिया पर कोई भी राजनीतिक मुहिम चलाने के लिए प्री-सर्टीफिकेशन जरूरीः डॉ. करुणा राजू

CHANDIGARH: भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को पंजाब विधानसभा के आम चुनाव को पुन: निर्धारित करने का फ़ैसला किया है। यह जानकारी पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सी.ई.ओ.) डॉ. एस करुणा राजू ने आज अपने दफ़्तर में एक प्रैस कांफ्रैंस को संबोधित करते हुए दी।

डॉ. राजू ने बताया कि निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी नए शैड्यूल के मुताबिक 25 जनवरी, 2022 को नोटीफिकेशन जारी होगा और नामांकन भरने की आखिरी तारीख 1 फरवरी 2022 होगी, जबकि नामांकनों की पड़ताल 2 फरवरी 2022 को की जाएगी। उन्होंने बताया कि उम्मीदवारी वापस लेने की तारीख़ 4 फरवरी, 2022 निश्चित की गई है। अब पंजाब में चुनाव की तारीख़ 20 फरवरी, 2022 निश्चित की गई है, जबकि वोटों की गिनती 10 मार्च 2022 को होगी।

भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी प्रैस नोट में लिखा है, “आयोग को राज्य सरकारों, राजनैतिक पार्टियों और अन्य संस्थाओं की तरफ से कई प्रतिबेनतियों (रीप्रैजऩटेशनज़) प्राप्त हुई हैं, श्री गुरु रविदास जी के गुरुपर्व, जो कि 16 फरवरी, 2022 को मनाया जा रहा है, के जश्नों में भाग लेने के लिए पंजाब से वाराणसी जाने वाले बड़ी संख्या श्रद्धालुओं की यातायात पर ध्यान दिलाती हैं। उन्होंने इस बात की तरफ भी ध्यान दिलाया कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु जश्नों के दिन से लगभग एक हफ़्ता पहले ही वाराणसी की तरफ जाना शुरू कर देते हैं और 14 फरवरी 2022 को चुनाव रखने से बड़ी संख्या में वोटर अपने वोट डालने के अधिकार से वंचित रह जाएंगे। इसके मद्देनजऱ उन्होंने 16 फरवरी, 2022 के बाद ही चुनाव की तारीख़ निर्धारित करने के लिए विनती की है। आयोग ने इस सम्बन्ध में राज्य सरकार और मुख्य निर्वाचन अधिकारी, पंजाब से भी जानकारी ली है।’’

उन्होंने कहा कि इन प्रतिबेनतियों से सामने आए नये तथ्य, राज्य सरकार और मुख्य निर्वाचन अधिकारी की जानकारी, पिछली प्राथमिकता और इस मामले से सम्बन्धित सभी तथ्य और हालातों को ध्यान में रखते हुए, अब आयोग ने पंजाब विधान सभा के आम चुनाव की नयी तारीख़ निर्धारित का फ़ैसला किया है।

सोशल मीडिया प्रचार सामग्री की मीडिया सर्टीफिकेशन एंड मॉनीटरिंग समिति (ऐमसीऐमसी) से प्री-सर्टीफिकेशन की ज़रूरत सम्बन्धी सवाल का जवाब देते हुए डॉ. राजू ने कहा कि सोशल मीडिया आम मीडिया से अलग नहीं है और किसी भी राजनीतिक मुहिम को सोशल मीडिया पर चलाने के लिए यही नियम लागू होंगे।  

केंद्रीय हथियारबंद पुलिस बलों (सीएपीऐफ) की तैनाती के बारे एक अन्य सवाल का जवाब देते हुये डॉ. राजू ने कहा कि उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग से सीएपीऐफ की 1050 कंपनियों की माँग की है। उन्होंने कहा कि सी.ए.पी.ऐफ. की 50 कंपनियाँ पहले ही तैनात की जा चुकी हैं।

लायसेंसशुदा हथियारों के जमा करवाने के बारे जानकारी देते हुये डॉ. राजू ने बताया कि राज्य में कुल 3.9 लाख लायसेंसशुदा हथियारों में से अब तक 3.3 लाख से अधिक हथियार जमा करवाए जा चुके हैं, जिनकी फीसद 86.5 बनती है।

ज़ब्तियों के बारे बोलते हुये उन्हांने बताया कि अलग-अलग इनफोरसमैंट टीमों ने 16 जनवरी, 2022 तक आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के तौर पर 42.94 करोड़ रुपए की कीमत का सामान ज़ब्त किया है। निगरानी टीमों ने 1.54 करोड़ रुपए की    5.44 लाख लीटर शराब ज़ब्त की और 40.82 करोड़ रुपए के नशीले पदार्थ बरामद किये हैं। इसके इलावा 16 लाख रुपए की बेनामी नकदी भी ज़ब्त की गई है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 1076 अधिक संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान की गई है। इसके इलावा गड़बड़ी करने की संभावना वाले 2250 व्यक्तियों की शनाखत भी की गई है, जिनमें से 979 व्यक्तियों के विरुद्ध पहले ही कार्यवाही शुरु की जा चुकी है जबकि बाकियों को भी जल्द काबू कर लिया जायेगा। 

उन्होंने यह भी बताया कि सुरक्षा के पक्ष से 148 व्यक्तियों के लिए सुरक्षा उपाय किये गए हैं। उन्होंने बताया कि ग़ैर ज़मानती वारंटों के 2103 मामलों पर कार्यवाही की जा चुकी है, जबकि 231 मामलों पर कार्यवाही अमल अधीन है। उन्होंने कहा कि राज्य भर में 4979 नाके लगाए गए हैं। 

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