सड़क सुरक्षा को स्कूल-कालेजों के सिलेबस का हिस्सा बनाएगी पंजाब सरकार

परिवहन विभाग द्वारा सम्बन्धित विभागों को लिखा जाएगा पत्र: राजा वडि़ंग

CHANDIGARH: पंजाब में सडक़ सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाने और राहगीरों को सडक़ पर चलने संबंधी नियमों की पालना के प्रति पाबंद करने की मंशा से परिवहन मंत्री श्री अमरिन्दर सिंह राजा वडि़ंग ने 14 नवंबर को ‘नो चालान डे’ मुहिम चलाने के निर्देश दिए हैं। इस मुहिम के दौरान यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों जैसे तेज रफ़्तार, शराब पीकर गाड़ी चलाना, बिना हेलमेट के गाड़ी चलाना, वाहन चलाते समय मोबाइल सुनना और ओवरलोडिंग आदि को रोका जाएगा, सडक़ सुरक्षा संबंधी यातायात के बारे में संक्षिप्त जानकारी राहगीरों के साथ साझा की जाएगी और उल्लंघन करने वालों पर आम लोगों को सडक़ सुरक्षा सम्बन्धी पैंफ्लिट और बैज बाँटे जाएंगे।

राज्य के सभी ब्लॉकों, जिलों और बड़े शहरों में 14 नवंबर, 2021 को शुरु की जाने वाली इस सडक़ सुरक्षा मुहिम की तैयारी का जायज़ा लेने के लिए उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए परिवहन मंत्री राजा वडि़ंग ने ज़ोर दिया कि सडक़ सुरक्षा को स्कूलों और कॉलेजों में सिलेबस का हिस्सा बनाया जाए और विद्यार्थियों का मुल्यांकन सडक़ सुरक्षा सामग्री के आधार पर ग्रेड से किया जाए नाकि एक ऑपशनल पाठ के तौर पर। उन्होंने लीड एजेंसी को निर्देश दिए कि स्कूलों और कॉलेजों में सडक़ सुरक्षा को सिलेबस का हिस्सा बनाने के लिए स्कूल, उच्च और तकनीकी शिक्षा विभागों को पत्र जारी किया जाए।

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि 14 नवंबर, 2021 को ‘नो चालान डे’ सुबह 10:00 से दोपहर 12:00 बजे तक मनाया जाएगा, जिस दौरान परिवहन विभाग और ट्रैफिक़ पुलिस के अधिकारी, इलाके के लोग प्रतिनिधियों के सहयोग और ग़ैर-सरकारी संगठनों और सिविल सोसायटी संस्थायों की सक्रिय भागीदारी से राहगीरों को जागरूक करेंगे। उन्होंने कहा कि ग़ैर-सरकारी और सिविल सोसायटी संस्थाएं आम लोगों में सडक़ सुरक्षा संबंधी जागरूकता लाने के लिए पूरी तरह शामिल होते हुए हेल्मट बाँटेंगी और रैटरो रिफ़लैक्टिव टेप आदि भी लगाएंगी। बैठक में यह भी फ़ैसला किया गया कि राज्य में रेट्रो रिफ़लैक्टिव टेप, सडक़ संकेतों और अन्य सडक़ सुरक्षा उपकरणों को खऱीदने के लिए सडक़ सुरक्षा गतिविधियों के लिए बजट में आरक्षित अनुदान जारी करने के लिए राज्य सरकार से तुरंत तालमेल किया जाएगा।

राजा वडि़ंग ने सडक़ीय ढांचे से सम्बन्धित विभागों को सडक़ सुरक्षा गतिविधियों के लिए डी.पी.आर. में नई सडक़ों संबंधी किए गए बजट उपबंधों का पूरा प्रयोग करने के निर्देश दिए और विभागों को ग्रामीण और नगरपालिका सडक़ों पर पैदल चलने वालों और साइकिल सवारों के लिए सांकेतिक बोर्डों और चिह्नों में सुधार लाने की हिदायत की। इस सम्बन्धी लीड एजेंसी द्वारा समूह अथॉरिटी को पत्र लिखा जाएगा।

बैठक में पंजाब के लगभग सभी जिलों से विधायकों और यूथ कांग्रेस के नेताओं समेत महिला कांग्रेस नेता शामिल हुए और राज्य में सडक़ों, फुटपाथों, संकेतों के सुधार अह्यौर सडक़ हादसों को रोकने सम्बन्धी कीमती सुझाव दिए। बैठक में मौजूद विधायकों और अन्य नेताओं ने परिवहन मंत्री को राज्य भर में लोगों में यातायात नियमों के बारे में जागरूकता लाने के लिए जि़ला और ब्लॉक स्तरीय प्रोग्रामों में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया, क्योंकि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान आदि समेत पंजाब उन पाँच राज्यों में शामिल है, जहाँ प्रति लाख जनसंख्या पर मृत्यु दर अधिक है।

ए.डी.जी.पी. (ट्रैफिक़) डॉ. एस.एस. चौहान ने सुझाव दिया कि श्री गुरु नानक देव जी के गुरूपर्व को विश्व पैदल यात्री दिवस के तौर पर मनाया जाना चाहिए। उन्होंने परिवहन मंत्री को अनुरोध किया कि वह इस सम्बन्धी भारत सरकार के सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को प्रस्ताव भेजें।

बैठक के दौरान परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव के. सिवा प्रसाद, डायरैक्टर जनरल लीड एजेंसी आर. वैंकटरत्नम, ए.डी.जी.पी. (ट्रैफिक़) डॉ. एस.एस. चौहान और ट्रैफिक़ सलाहकार पंजाब और एन.एच.ए.आई., लोक निर्माण विभाग (बी. एंड आर.), स्थानीय सरकार, ट्रैफिक़ पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।

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