Punjab News: सिख कैदियों की रिहाई को लेकर बवाल, चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर पुलिस से भिड़े प्रदर्शनकारी, कई जवान घायल

पुलिस की कई गाडिय़ां टूटीं, लाठीचार्ज और पानी की बौछारें कर सीएम हाउस जाने से रोका प्रदर्शनकारियों को

CHANDIGARH, 8 FEBRUARY: जेलों में सजा पूरी कर चुके सिख कैदियों की रिहाई की मांग को लेकर कौमी इंसाफ मोर्चा के बैनर तले ध्ररना और रोष मार्च कर रहे प्रदर्शनकारी बुधवार को चंडीगढ़ पुलिस से भिड़ गए। पंजाब के मुख्यमंत्री आवास तक पहुंचने के लिए चंडीगढ़ में घुसने को लेकर मोहाली-चंडीगढ़ बॉर्डर पर उनकी पुलिस से झड़प हो गई। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाडिय़ों पर जमकर पथराव किया और तलवारें निकाल लीं। पुलिस ने लाठीचार्ज कर और वाटर कैनन का प्रयोग कर उन्हें रोकने की कोशिश की। इस झड़प में महिला पुलिस कर्मियों समेत 22 पुलिस कर्मचारी घायल हो गए और पुलिस की कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है।

मोहाली-चंडीगढ़ बॉर्डर पर माहौल बिगड़ता देख चंडीगढ़ पुलिस के तमाम सीनियर अफसर मौके पर पहुंचे। चंडीगढ़ में धारा 144 लगा दी गई है। प्रदर्शनकारी अभी भी मोहाली में इकट्ठा हैं। चंडीगढ़ पुलिस भी हाई अलर्ट पर है।

बता दें कि जेलों में सजा पूरी कर चुके सिख कैदियों की रिहाई के लिए मोहाली में चंडीगढ़ बॉर्डर पर 7 जनवरी से प्रदर्शन चल रहा है। बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने पंजाब के मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करने का ऐलान कर दिया। इसका पता चलते ही चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस ने बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर दी।

प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग के पास आ गए। उन्होंने बैरिकेड हटाने की कोशिश की तो पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने तलवार और डंडे निकाल लिए। साथ ही ट्रैक्टरों से बैरीकेड तोड़ डाले। यह देखकर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।

लाठीचार्ज के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें मोहाली बॉर्डर पर निहंग पुलिस की गाडिय़ों को टारगेट करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में वे तलवारें मारकर गाडिय़ों को तोड़ते दिख रहे हैं। चंडीगढ़ पुलिस के घायल जवानों को सेक्टर-16 अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चंडीगढ़ के डीजीपी प्रवीर रंजन भी उन्हें देखने अस्पताल पहुंचे।

पुलिस ने बताया कि कई प्रदर्शनकारियों के पास हथियार, डंडे, रॉड थीं। कई अन्य खतरनाक हथियार भी इनके पास थे। प्रदर्शनकारियों ने रोके जाने पर पुलिसकर्मियों पर हमला किया। कुछ प्रदर्शनकारी घोड़ों पर सवार होकर आए, जिनमें निहंगों के दल भी थे। उनके पास भी हथियार थे। तलवारों से पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया।

वहीं, कौमी इंसाफ मोर्चा का कहना है कि चंडीगढ़ पुलिस ने बेवजह प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन और लाठीचार्ज कर उन्हें उकसाया। उनका प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था। इस घटना के लिए प्रदर्शनकारियों ने पूरी तरह चंडीगढ़ पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन उनके प्रदर्शन को खराब करने की कोशिश कर रहा है।

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