पंजाब विजीलैंस ने 2000 रुपए रिश्वत लेते एएसआई को रंगे हाथ दबोचा

CHANDIGARH, 14 SEPTEMBER: राज्य में से भ्रष्टाचार के ख़ात्मे के लिए चलाई जा रही मुहिम के दौरान पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने आज थाना सिटी कपूरथला में तैनात सहायक सब इंस्पेक्टर (ए. एस. आई.) लखविन्दर सिंह को 2000 रुपए की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू किया है। इसके इलावा थाना सिटी खरड़, एस. ए. एस. नगर में तैनात ए. एस. आई. सोम नाथ के खि़लाफ़ 60,000 रुपए रिश्वत मांगने के दोष के तहत भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये स्टेट विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त दोषी ए. एस. आई. को शिकायतकर्ता गौरव निवासी अमन नगर, कपूरथला की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है। उन्होंने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो के पास पहुँच करके दोष लगाया है कि उसका दुकान पर अपने हिस्सेदार के साथ मामूली झगड़ा हो गया और सम्बन्धी ए. एस. आई. द्वारा इस संबंधी पुलिस के पास दाखि़ल शिकायत के मामले में उसकी मदद करने के बदले उससे पैसों की माँग की गई थी। 

शिकायत के तथ्यों और सबूतों की पड़ताल के उपरांत जालंधर रेंज से विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछा कर उक्त ए. एस. आई. को दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में शिकायतकर्ता से 2000 रुपए रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू कर लिया। इस सम्बन्धी दोषी पुलिस अधिकारी के खि़लाफ़ विजीलैंस ब्यूरो के थाना जालंधर में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत मामला दर्ज करके आगे कार्यवाही शुरू कर दी है। प्रवक्ता ने आगे बताया कि एक अन्य मामले में विजीलैंस ब्यूरो ने ए. एस. आई. सोम नाथ के विरुद्ध 60,000 रुपए रिश्वत मांगने के दोष में भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि इस सम्बन्धी विजीलैंस ब्यूरो ने बलबीर सिंह निवासी ग्रीन कंफरट होमज़, खरड़, जि़ला एस. ए. एस. नगर की शिकायत पर ए. एस. आई. सोम नाथ के खि़लाफ़ विजीलैंस पुलिस स्टेशन फ्लायंग सकुऐड-1 एस. ए. एस. नगर, पंजाब में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 7 के अधीन एफ. आई. आर. नं. 14 तारीख़ 13.09.22 दर्ज की गई है। 

इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता बलबीर सिंह ने भ्रष्टाचार रोकथाम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करवाई और बताया कि उक्त पुलिस मुलाज़ीम के साथ उसकी मामूली तकरार हुई थी। इसके उपरांत उस मुलाज़ीम ने उसका मोटरसाईकल ज़ब्त कर लिया और उस मोटर साइकिल को छोडऩे के बदले रिश्वत के तौर पर 60,000 रुपए की माँग की। बातचीत के दौरान शिकायतकर्ता ने सबूत के तौर पर कॉल रिकार्ड भी की। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान शिकायत के तथ्य सही पाये गए और विजीलैंस ब्यूरो ने उक्त दोषी ए. एस. आई के खि़लाफ़ रिश्वतखोरी का मामला दर्ज कर लिया।

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