शिवानी रजत शर्मा के काव्य संग्रह ‘अनकही मेरी कविताएं’ का हुआ विमोचन

CHANDIGARH, 14 NOVEMBER: बैंक अधिकारी व प्रसिद्ध लेखिका शिवानी रजत शर्मा का नव प्रकाशित काव्य संग्रह ‘अनकही मेरी कविताएं’ का विमोचन व चर्चा का आयोजन आज पंजाब कला भवन सेक्टर-16 के सभागार में हुआ। मुख्य अतिथि प्रसिद्ध लेखक व प्रेरणा स्रोत विवेकअत्रे विशेष अतिथि के रूप में, वरिष्ठ साहित्यकार प्रेम विज, डॉ. विनोद शर्मा, सुभाष भास्कर और सीएच चीमा उपस्थित थे।

यह कार्यक्रम साहित्य विज्ञान केंद्र की ओर से आयोजित हुआ। इस मौके पर केंद्र के अध्यक्ष सेवी रयात और महासचिव गुरदर्शन सिंह मावी भी उपस्थित थे। इस अवसर पर विवेक अत्रे ने कहा कि बैंक जैसे व्यवसाय में रहते हुए साहित्य सृजना सराहनीय कार्य है। प्रेम विज ने कहा कि इस काव्य संग्रह में परिवार और रिश्तों को लेकर कविताएं लिखी गई हैं। काव्य संग्रह में बनाए गए रेखाचित्र आकर्षण पैदा करते हैं। डॉ. विनोद शर्मा ने कहा कि कवयित्री ने अपने आसपास के परिवेश को बहुत प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया है। सुभाष ने कहा कि कविताएं भावनात्मक संवेदनाओं की अनुभूति है। पुस्तक पर सेवी रयात, गुरुदर्शन मावी, अवतार सिंह पतंग, हरबंस सोढी ने भी विचार रखे। इस अवसर पर कवयित्री के परिवार के सदस्य, सहयोगी और साहित्यकार बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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