भ्रष्टाचार में गिरफ्तार पंजाब के आईएएस अफसर के बेटे की गोली लगने से मौत, मां ने विजीलेंस पर लगाया आरोप, पुलिस बोली-आत्महत्या की

CHANDIGARH, 25 JUNE: भ्रष्टाचार के मामले में हाल ही में गिरफ्तार किए गए पंजाब कैडर के आईएएस अफसर संजय पोपली के इकलौते बेटे कार्तिक पोपली (26) की आज चंडीगढ़ स्थित उनके घर में संदिग्ध हालात में मौत हो गई। कार्तिक के सिर में 7.62 एमएम की गोली लगी है। पुलिस को सूचना मिली थी कि कार्तिक ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली है, जबकि कार्तिक की मां श्री ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को विजीलेंस टॉर्चर करती थी। विजीलेंस के मुलाजिमों ने ही बेटे को गोली मारी है।

श्री ने कहा कि ये लोग हमारे साथ ऐसे कर सकते हैं तो आम जनता के साथ क्या कर सकते हैं। दूसरी तरफ पुलिस ने उनके सभी आरोपों का खंडन किया है। पुलिस का कहना है कि पोपली के बेटे ने लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारी है। पिस्टल सील कर दिया गया है।

बेटे को 12 घंटे थाने में बैठाकर टॉर्चर करने का आरोप
संजय पोपली की पत्नी श्री ने कहा कि आज संजय पोपली की पेशी थी। पेशी के बाद विजीलेंस संजय पोपली को साथ लेकर आई थी। विजीलेंस की टीम ने उनके बेटे के ऊपर पिस्टल तान रखी थी। उन्हें भी धक्का मारा। उन्होंने बेटे को 12 घंटे तक थाने में बैठाकर टॉर्चर करने व पीटने का भी आरोप लगाया। परिजनों ने कहा कि उनके घर में कोई हाथियार नहीं था।

आईएएस की तैयारी कर रहा था कार्तिक
कार्तिक लॉ का स्टूडेंट था। कार्तिक फिलहाल आईएएस की तैयारी कर रहा था। सूचना मिलते ही एसएसपी कुलदीप चहल व कई अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। बता दें कि 2008 बैच के सीनियर आईएएस अधिकारी संजय पोपली को एक ठेकेदार से रिश्वत मांगने के मामले में कुछ दिन पहले पंजाब विजीलेंस ने उनके सेक्टर-11 चंडीगढ़ स्थित घर से गिरफ्तार किया था। करनाल निवासी एक ठेकेदार ने पोपली के खिलाफ पंजाब की एंटी करेप्शन हेल्पलाइन पर शिकायत दी थी। उनका आरोप था कि पोपली बिलों को क्लियर करने के लिए एक फीसदी रिश्वत मांग रहे थे। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार के समय नवांशहर में सात करोड़ रुपए की सीवरेज परियोजना शुरू की गई थी। इसमें पोपली एक प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे थे। ठेकेदार ने 12 जनवरी को आईएएस अधिकारी के सचिव के रूप में तैनात अधीक्षक स्तर के अधिकारी संजीव वत्स के माध्यम से 3.5 लाख रुपए का भुगतान कर दिया। विजीलेंस ने दावा किया कि पोपली ठेकेदार से शेष 3.5 लाख रुपए की मांग कर रहे थे। शिकायतकर्ता ने फोन कॉल रिकॉर्ड किया और एंटी करेप्शन हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करा दी।

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