नई राजनीतिक पार्टी ‘कीर्ति किसान शेरे पंजाब’ की घोषणा से पंजाब के राजनीति परिदृश्य में हलचल

CHANDIGARH: आज पंजाब की राजनीति के समीकरण बदलने को सामने आई कीर्ति किसान शेरे पंजाब पार्टी। कैप्टन चानन सिंह सिद्धू के नेतृत्व में, सेवानिवृत्त आईएएस, आईआरएस, पंजाब के सभी समुदायों के पूर्व सेना अधिकारियों ने पंजाब के 2022 विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए एक नई राजनीतिक पार्टी का गठन किया है। इस अवसर पर  कीर्ति किसान शेरे पंजाब पार्टी के अध्यक्ष  ने खास  कारणों से इस प्रयोजन के लिए एक साथ एक मंच पर  आने के कारणों सूचीबद्ध किया – 

पिछली और मौजूदा सरकारों ने जानबूझकर पंजाब को संकट में डाल दिया है, क्योंकि पंजाब को कंगाल बनाकर, उन्होंने खुद को ही समृद्ध किया है और यह गलत तरीके से अर्जित धन के लालच के चलते ही   वे अपने अप्रिय शासन को कायम रखना चाहते हैं, चाहे पंजाब का गौरव दांव पर लगा रहे कुल मिलाकर पंजाबियों का स्वास्थ्य और संपत्ति चरमरा गई है। विवेक और चिंता ग्रस्त पंजाब के लोग  यह भी जानते हैं कि प्रशासनिक पतन  कैसे हुआ, इसीलिए हम पंजाबियों को भ्रष्ट शासन के खिलाफ जगाने का प्रयास करने के लिए सामने आए हैं। इन भ्रष्ट शासकों ने अर्थव्यवस्था, संस्कृति, शिक्षा प्रणाली, कृषि समृद्धि, पंजब के  युवा के प्रगतिशील कदमों को तबाह कर दिया है, हाल ही में ध्वस्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे, कोई नौकरी नहीं,न कोई सुरक्षा, कोई  उज्जवल भविष्य न होने का मंजर सभी ने देखा है ।आज के समय में  जिसका भविष्य पंजाब में सुरक्षित है  वह सिर्फ माफियाओं का – हर तरह के माफियाओं का – नशे खदानें/ रेत ,बजरी परिवहन, शराब, जंगल, के अलावा पंजाबियों के जीवन का कोई भी पहलू सुरक्षित नहीं रहा। चौतरफा लूट हो रही है। यह महसूस किया गया है कि एक सही सोच वाले लोगों को आगे आना चाहिए और पंजाब के दिशाहीन लोगों को संगठित करना चाहिए जिन्होंने न केवल अपनी गरिमा को खो दिया है बल्कि वह सब कुछ भी जो हमें योग्य इंसान बनाता है। गरीबी ने हमें नीचा दिखाया है और शासक उनकी दयनीय स्थिति का फायदा उठाने में लगे हैं। उन्होंने लोगों को दरिद्र बना दिया है ताकि वे उस दुष्चक्र का मुकाबला करने का साहस खो दें, जिसमें वे डाल दिए गए हैं। 

ऐसे में पंजाब का पुनर्निर्माण करना, पंजाब की जीवन शक्ति के प्रतीक खाली हुए भंडारगृह को फिर से भरना एक बहुत ही कठिन काम है। हम पंजाबियों को जनविरोधी राजनीतिक पार्टियोंके खिलाफ संगठित होने का आह्वान करने के लिए सामने आए हैं, जिसके शासकों ने पिछले दो दशकों के दौरान  कुछ भी उल्लेखनीय नहीं किया है। पंजाबी समाज का हर वर्ग उदास व  ,निराश है। केवल शासक समृद्ध हुए हैं। कोई पारदर्शिता नहीं, कोई जवाबदेही नहीं, कोई जन-केंद्रित मंच नहीं, समाज के कमजोर वर्ग के लिए कोई शैक्षणिक संस्थान नहीं, महिला सशक्तिकरण के प्रति पूर्ण उदासीनता, समाज के उद्योग, कृषि के  प्रति सरासर उदासीनता – निष्पक्षता और विशेष रूप से दलितों को बहुत नुकसान हुआ है। कौन नहीं जानता  की दलित व पिछली श्रेणियों ही देश की सामाजिक-आर्थिक व्यवस्था की रीढ़ की हड्डी हैं।बेरोजगारी ने हमारे युवाओं को तबाह कर दिया है, वे विदेशों में रास्ते तलाशने को मजबूर हैं। 

पार्टी के एजेंडे

हमारा मंच निराश पंजाबी समाज के पुनरुत्थान के लिए तहे दिल से समर्पित है, निराश लोगों में आशा जगाता है और असहायों की मदद करता है। पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री एस आर लधर (सेवानिवृत्त आईएएस) ने मीडियाकर्मियों को बताया कि राष्ट्र हमेशा पंजाब और पंजाबियों को राष्ट्र की अखंडता की रक्षा के लिए भुजा में तलवार की ताकत के रूप में देखता है। पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति, विशेष रूप से वाल्मीकि/मजहबी सिख समुदाय सहित समाज के सभी वर्गों को उचित प्रतिनिधित्व देने वाले भारत के संविधान का कार्यान्वयन पार्टी का मुख्य एजेंडा होगा। यह प्रतिनिधित्व पार्टी स्तर के साथ-साथ प्रशासनिक स्तर पर भी होगा जब और तब भी ऐसे ही कायम रहेगा जब पार्टी को सत्ता का आशीर्वाद प्राप्त होगा। संत दलजीत सोढ़ी, पार्टी के संरक्षक, श्री संदीप वाल्मीकि, पार्टी के महासचिव (दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री), लेफ्टिनेंट कर्नल जीपीएस विर्क (सेवानिवृत्त), कैप्टन जीएस घुम्मन (सेवानिवृत्त) पार्टी के कोषाध्यक्ष और पार्टी के प्रवक्ता श्री गौतम गिरीश लधर, श्री अमरजीत सिंह घग्गा (सेवानिवृत्त आईआरएस) उपाध्यक्ष और पार्टी की महासचिव कुमारी रूपीत कौर सहित बड़ी संख्या में पंजाब के लोग उपस्थित थे।

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