कांंग्रेस में वाल्मीकि नेताओं की भी नाराजगी खत्मः सैनी के नेतृत्व में वाल्मीकि समाज ने किया नए प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चावला का सम्मान

CHANDIGARH: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर नाराज चल रहे पार्टी नेताओं को मनाने में जुटे नवनियुक्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला ने अब पार्टी से जुड़े वाल्मीकि नेताओं की भी नाराजगी दूर कर दी है। यही कारण है कि चंडीगढ़ वाल्मीकि समाज का एक प्रतिनिधिमंडल ओम प्रकाश सैनी के नेतृत्व में आज सुभाष चावला से उनके आवास पर जाकर मिला और चावला को बुके व फूल-मालाएं देकर सम्मानित किया।

यह नेता शामिल थे प्रतिनिधिमंडल में

इस प्रतिनिधिमंडल में चंडीगढ़ के पूर्व महापौर हरफूलचंद्र कल्याण, कांग्रेस के युवा नेता कंवलजीत सिंह सिद्धू, सफाई कर्मचारी यूनियन चंडीगढ़ के पदाधिकारी ओमपाल सिंह चांवर, केशोराम पारचा, उदेश प्रधान, बिरमपाल तिसावर, महासिंह अटवाल, मेघवाल, जय भगवान, राजू घावरी, अशोक बाबा, सुभाष पुहाल, विनोद प्रेमी, शिरोमणि भगवान वाल्मीकि शोभायात्रा आयोजक मंदिर कमेटी व डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन संगठन के पदाधिकारी श्रीमती ज्योति हंस, श्रीमती नीता लोहरे सहित और वाल्मीकि समाज से जुड़े अन्य कई संगठनों के सामाजिक एवं राजनीतिक वरिष्ठ एवं युवा नेता मौजूद थे।

चावला ने दिया वाल्मीकि समाज का मान-सम्मान बरकरार रखने का भरोसा

इस मौके पर प्रतिनिधिमंडल ने जहां कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुभाष चावला को फूलों का गुलदस्ता व मालाएं देकर सम्मान किया, वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला ने वाल्मीकि समाज के नेताओं के साथ- साथ प्रतिनिधिमंडल में मौजूद सभी लोगों को विश्वास दिलाया कि वह पार्टी में वाल्मीकि समाज का मान-सम्मान बरकरार रखेंगे। कहीं पर किसी भी प्रकार से समाज के मान- सम्मान में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। वह वाल्मीकि समाज के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे।

वाल्मीकि नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत के सामने भी उठाया था उपेक्षा का मुद्दा

गौरतलब है कि चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन के बाद पार्टी में अपनी उपेक्षा से नाराज कांग्रेस से जुड़े तमाम वाल्मीकि नेताओं ने चावला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। वे 21 फरवरी को चावला के ताजपोशी समारोह में भी नहीं जा रहे थे। उस दिन चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा को मनाने के लिए उनके घर पहुंचे प्रदेश कांग्रेस प्रभारी एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के समक्ष पूर्व मेयर हरफूल चंद कल्याण, ओमप्रकाश सैनी, ओमपाल सिंह चांवर आदि वाल्मीकि नेताओं ने अपनी उपेक्षा का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया था। तब ये सभी वाल्मीकि नेता रावत की अपील पर सुभाष चावला के ताजपोशी समारोह में शामिल हुए थे। इसके बाद चावला ने भी पार्टी से जुड़े रहे इन वाल्मीकि नेताओं को मनाने के प्रयास शुरू कर दिए और इसी का परिणाम आज इस मीटिंग के रूप में सामने आया, जिसमें वाल्मीकि समाज ने चावला का सम्मान किया।

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