चंडीगढ़ में बाहरी गाड़ियों के लिए डबल पार्किंग फीस के खिलाफ जनहित याचिका करेंगे दायर: प्रदीप छाबड़ा

पूर्व मेयर बोले- प्रशासक इस मामले में दखल देकर नगर निगम के फैसले को करें रद्द

CHANDIGARH, 29 JULY: पूर्व मेयर, पंजाब लार्ज इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बोर्ड के चेयरमैन एवं आम आदमी पार्टी के पूर्व सह प्रभारी प्रदीप छाबड़ा ने कहा है कि चंडीगढ़ में चंडीगढ़, पंचकूला व मोहाली (ट्राइसिटी) से बाहर की गाड़ियों के लिए डबल पार्किंग फीस लगाने के नगर निगम के फैसले के खिलाफ जनहित याचिका दायर की जाएगी। भाजपा शासित नगर निगम ने यह फैसला जनहित के खिलाफ लिया है। छाबड़ा ने मांग की है कि चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित को इस मामले में दखल देकर नगर निगम के इस फैसले को रद्द करना चाहिए।प्रदीप छाबड़ा का कहना है कि देश में ऐसी व्यवस्था कहीं नहीं है, जिसमें बाहर की गाड़ियों से डबल पार्किंग फीस ली जाए।

प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि चंडीगढ़ ट्राइसिटी में हजारों लोगों के पास ऐसी गाड़ियां हैं जिनके रजिस्ट्रेशन नंबर अन्य राज्यों के हैं। चंडीगढ़ में ही पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड के सैकड़ो लोग ऐसे हैं जिनकी गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन नंबर उनके मूल राज्यों के हैं लेकिन वह चंडीगढ़ के निवासी हैं। छाबड़ा ने भाजपा मेयर अनूप गुप्ता को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि ऐसे किसी भी फैसले को बिना किसी चर्चा के कैसे पास किया जा सकता है। यदि अन्य राज्यों में चंडीगढ़ की गाड़ियों से डबल पार्किंग फीस ली जाए तो कैसा लगेगा।

छाबड़ा ने कहा कि नगर निगम का यह फैसला आम जनता के बीच भेदभाव पैदा करता है। एक ही पार्किंग में एक ही प्रकार की गाड़ी के लिए दो अलग-अलग रेट कैसे लिए जा सकते हैं। नगर निगम का यह फैसला सरासर गलत है तथा इसके लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा। प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि मेयर अनूप गुप्ता पहले निगम के पार्किंग घोटाले की जांच करवा लें। यदि वह निगम और शहर के प्रति इतने ही गंभीर हैं तो उन्हें निगम को हुए 6 करोड़ रुपए के घाटे की भरपाई के लिए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि डबल पार्किंग फीस जैसे फैसले लेकर निगम में हो रहे घोटालों पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है, ताकि जनता का ध्यान भाजपा के भ्रष्टाचार से भटकाया जा सके।

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