कविताओं से नारी का यशोगान: आसमान छूकर बता दिया कि नारी अबला नहीं सबला है…

CHANDIGARH: संवाद साहित्य मंच द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आज काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। वरिष्ठ साहित्यकार नरेश नाज़ मुख्य अतिथि कविवर डॉ. अनीश गर्ग विशिष्ट अतिथि थे और कवियत्री नीरू मित्तल नीर ने अध्यक्षता की। राशि श्रीवास्तव ने मंच का संचालन किया। 

मंच के अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार प्रेम विज ने महिला दिवस पर अपनी रचना “आसमान छूकर बता दिया कि नारी अबला नहीं सबला है” पढ़कर सभी का मन मोह लिया। कविवर नरेश नाज़ ने अपनी कविता “मेरा तुमसे एक गीत का वादा है” पढ़ी। डॉक्टर अनीश गर्ग की कविता”क्या सोचा तुमने एक औरत क्या चाहती है”और नीरू मित्तल नीर ने “थामो सूरज हाथों में अब छोड़ अंधेरे का दामन” पढ़ी।

कार्यक्रम में विजय कपूर, राशि श्रीवास्तव, डेजी बेदी, चमन लाल, हरेंद्र सिन्हा, देवराज त्यागी, विकेश निझावन, गणेश दत्त, दीपक खेत्रपाल, विमला गुगलानी, दलजीत कौर, सतवंत कौर, सुभाष रस्तोगी, विनोद खन्ना, अशोक नादिर, विनोद शर्मा, सरिता मेहता, आरके भगत और निशा भार्गव ने भाग लेकर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अपनी कविताएं पढ़ीं। अंत में अध्यक्ष प्रेम विज ने सभी का धन्यवाद किया।

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