पंचकूला एकीकृत विकास योजना के अंतर्गत किए जाने वाले कार्यों में भी तेजी लाने को कहा
CHANDIGARH: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पंचकूला के समग्र विकास को सुनिश्चित करने और इसे आर्थिक राजधानी के रूप में भी विकसित करने के लिए पंचकूला एकीकृत विकास योजना के अंतर्गत किए जाने वाले कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही मुख्यमंत्री ने सेक्टर 5 पंचकूला को व्यावसायिक दृष्टि से नई पहचान दिलाने और सेंटर ऑफ़ अट्रैक्शन बनाने के लिए विशेष योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री आज यहां पंचकूला एकीकृत विकास योजना के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता भी बैठक में मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा पंचकूला की विकास योजना के अंतर्गत मोरनी क्षेत्र में पंचकूला से मंधाना, मंधाना से मोरनी, मोरनी से टिक्कर ताल और टिक्कर ताल से रायपुररानी तक के सड़क मार्ग को चौड़ाकरण और सुंदरीकरण का कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए। इसके अलावा रामगढ़ से हिमाचल प्रदेश तक प्रस्तावित सड़क के निर्माण कार्य को हुई जल्द से जल्द पूरा करने की दिशा में कार्य किया जाए, ताकि पर्यटकों का आवागमन सुगम हो सके।
बैठक में बताया गया कि चण्डीगढ़ एयरपोर्ट से पंचकूला की सीधी कनेक्टिविटी का कार्य प्रगति पर है। इसके लिए घग्गर नदी पर पुल भी निर्माणाधीन है। इसके अलावा, पिंजौर हवाई पट्टी का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। इसके पूरा होने के बाद जल्द ही लोग एयर टैक्सी सेवा का लाभ उठा सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मोरनी में पैरासेलिंग, पैरा मोटर्स और जेट स्कूटर जैसी साहसिक गतिविधियों को जल्द शुरू किया जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि मोरनी में चिन्हित किए गए ट्रैकिंग रूट का जल्द शुभारंभ किया जाए और इन ट्रैकिंग रूट पर सुरक्षित ट्रेकिंग के लिए यूथ क्लब या एडवेंचर क्लब को साथ जोड़ा जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि ट्रैकिंग रूट्स पर साइन और मार्किंग सही प्रकार से की जाए ताकि पर्यटकों को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े।
मनोहर लाल ने निर्देश देते हुए कहा कि स्थानीय बच्चों को नेचर गाइड के तौर पर प्रशिक्षण दिया जाए जिससे एक तरफ इन ट्रैकिंग रूट पर पर्यटकों को फायदा होगा वहीं दूसरी ओर युवाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए माउंटेन साइकिल रैली आयोजित किए जाएं। इसके अलावा टूरिज्म सर्किट रूट योजना को भी जल्द से जल्द पूर्ण किया जाए।
एंटरटेनमेंट एरिया और पर्यटक सुविधा केंद्र किए जाएंगे स्थापित
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रस्तावित फिल्म सिटी के साथ लगते क्षेत्र में एंटरटेनमेंट एरिया भी स्थापित करने की संभावनाएं तलाशी जाएं। इसके अलावा, रेडबिशॉप सेक्टर-1 पंचकूला में पर्यटक सुविधा केंद्र स्थाचपित किया जाए। उन्होंने कहा कि पंचकूला के हरे भरे वातावरण को बढ़ावा देने और इसे संरक्षित करने के लिए नक्षत्र वाटिका, सुगंध वाटिका और राशि वन स्थापित करने के कार्य में तेजी लाई जाए।
फार्मा उद्योग और इंडस्ट्रियल क्लस्टर स्थापित करने पर जोर
मुख्यमंत्री ने एचएसआईआईडीसी के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बरवाला में फार्मा उद्योग स्थापित करने की दिशा में सभी प्रक्रियाओं को जल्द पूर्ण किया जाए। यह राज्य सरकार का महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है, इसलिए जल्द से जल्द निवेशकों से बातचीत कर प्लॉट निलामी की प्रक्रिया अमल में लाई जाए। इसके अलावा, इंडस्ट्रीयल क्लस्टर स्थापित करने और बरवाला को औद्योगिक टाउनशिप के रूप में विकसित करने की दिशा में भी समर्पित प्रयास किए जाएं।
बैठक में बताया गया कि पंचकूला को मेडिकल हब के रूप में विकसित करने की दिशा में यहां आधुनिक सुविधाओं से युक्त दो बड़े अस्पताल सेक्टर-32 एक्सटेंशन और सेक्टर-5 सी में खोले जाएंगे। थापली में वेलनेस सेंटर और पंचकर्मा केंद्र का संचालन किया जा रहा है। बैठक में यह भी बताया गया कि पंचकूला में एजुकेशन सिटी स्थापित करने के लिए गंभीर प्रयास किये जा रहे हैं। चंडी मंदिर में इसके लिए जगह चिह्नित कर ली गई है। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत करवाया गया कि एचएमटी पिंजौर की 60 एकड़ जमीन पर फिल्म सिटी के निर्माण के लिए प्रथम चरण की कार्रवाई पूरी कर ली गई है।
मोरनी में पेयजल की समस्या का निकलेगा स्थाई समाधान
मोरनी में पेयजल की समस्या पर समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इसका स्थाई समाधान निकालने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पानी के नए स्त्रोत तैयार करें और उपलब्ध पानी का उचित प्रबंधन किया जाए ताकि सभी क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि घग्गर नदी पर बन रहे डंगराना और दिवानवाला डैम से पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा, मोरनी क्षेत्र में 11 टयूबवेल लगाने का भी प्रस्ताव तैयार किया गया है। साथ ही, माता मनसा देवी मंदिर के पास लगभग 130 एकड़ भूमि पर स्टोरेज टैंक तैयार करने का प्रस्ताव है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकूला के विकास के साथ-साथ इस क्षेत्र को सांस्कृतिक दृष्टि से भी विकसित करना है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर कुरुक्षेत्र के साथ-साथ पंचकूला में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। साथ ही, शास्त्रीय संगीत कार्यक्रम और डांस शो इत्यादि कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि पंचकूला के निवासियों के साथ-साथ राज्य के लोगों को पंचकूला शहर के विकास के बारे में पर्याप्त जानकारी देने के लिए पंचकूला एकीकृत विकास योजना से सम्बंधित मैप तैयार किए जाएं और शहर के मुख्य स्थानों पर प्रदर्शित किया जाए, जिसमें पंचकूला के हर कोने को चित्रित किया जाए और विभिन्न विभागों द्वारा संचालित की जा रही योजनाओं की जानकारी दी जाए।
बैठक में मुख्य सचिव विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह, शहरी स्थाोनीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एसएन रॉय, नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग तथा खेल एवं युवा मामले विभाग के प्रधान सचिव एके सिंह, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक अनुराग अग्रवाल, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव विजयेंद्र कुमार, पंचकूला महानगरीय विकास प्राधिकरण, पंचकूला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजीत बालाजी जोशी और पंचकूला के उपायुक्त विनय प्रताप सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।