पटवारियों को ट्रेनिंग के दौरान भत्ते के तौर पर प्रति महीना 5000 रुपए की बजाय अब 18000 रुपए मिलेंगे
नए भर्ती किये 710 पटवारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे
CHANDIGARH, 8 SEPTEMBER: प्रशिक्षित पटवारियों को बड़ा तोहफ़ा देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज इन पटवारियों के ट्रेनिंग भत्ते में तीन गुणा से भी ज़्यादा बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है, जिससे अब प्रति महीना 5000 रुपए की बजाय 18000 रुपए मिलेंगे।
नये भर्ती हुए 710 पटवारियों को नियुक्ति पत्र सौंपने के मौके पर करवाए समागम को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बढ़ोतरी करना समय की ज़रूरत थी जिससे ट्रेनिंग अधीन पटवारी अपनी ड्यूटी बिना किसी परेशानी से सुचारू ढंग से निभा सकें। उन्होंने कहा कि इन पटवारियों के लिए 5000 रुपए महीना भत्ता बहुत कम है क्योंकि वह बहुत सख़्त मुकाबले में पास होकर सेवा में आते हैं, जिस कारण सरकार ने बढ़ोतरी करने का फ़ैसला लिया है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार के पास फंडों की कोई कमी नहीं है और पंजाब सरकार के मुलाजिमों की भलाई यकीनी बनाई जायेगी।
मुख्यमंत्री ने पटवारियों को न्योता दिया कि वह लोगों को परेशान करने की बजाय अपनी कलम का प्रयोग लोगों के कल्याण हेतु करें। उन्होंने कहा कि यह बड़े दुख की बात है कि कुछ लोग अपने भ्रष्ट साथियों की मदद के लिए कलम छोड़ हड़ताल के नाम तहत लोगों को परेशान कर रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह कदम पूरी तरह अनावश्यक है क्योंकि राज्य सरकार आम लोगों के हित में कोई समझौता नहीं करेगी।
प्रदर्शनकारी पटवारियों के अड़ियल रवैये पर तंज़ कसते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लोग आम आदमी को तंग-परेशान करके राज्य सरकार को ब्लैकमेल करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों के हित में ऐसी नौटंकियों के आगे किसी भी कीमत पर नहीं झुकेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह सरकार लोगों की सरकार है और उनकी भलाई को यकीनी बनाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे।
मुख्यमंत्री ने पटवारियों को अपनी कलम जन कल्याण के लिए बरतने का न्योता देते हुए कहा कि आगामी समय में जितनी कलम आप जनहित में चलाओगे, उतने ही भत्ते सरकार और बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि कलम छोड़ हड़ताल का फ़ायदा किसी को नहीं होना, जिस कारण नये चुने पटवारियों को ऐसी कार्यवाही में शामिल नहीं होना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनकी सरकार लोगों को मुफ़्त सेवाएं मुहैया करवाने के लिए वचनबद्ध है और इस सम्बन्ध में कोई समझौता नहीं किया जायेगा।
पुलिस फोर्स की सालाना भर्ती की तरह पटवारियों की भी सालाना भर्ती करने का ऐलान करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि 586 नये पटवारियों के पदों के लिए इश्तिहार जल्दी जारी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पटवारियों की रेगुलर भर्ती होने से जहाँ राजस्व विभाग का कामकाज और सुचारू होगा, वहीं लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आगामी समय में इस भर्ती को सालाना आधार पर करने की व्यवस्था करने के लिए ज़रूरी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का यह समागम सिर्फ़ नौजवानों को नियुक्ति पत्र देने का समागम नहीं है, बल्कि नौजवानों के सपनों को हकीकत में बदलने का ऐतिहासिक समागम है, जिससे राज्य को रंगला पंजाब बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य और लोगों की तरक्की और ख़ुशहाली के लिए वचनबद्ध है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी जिससे राज्य में पंजाब को अग्रणी राज्य बनाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़े गौरव की बात है कि राज्य सरकार ने अब तक अलग-अलग सरकारी विभागों में नौजवानों को 35 हज़ार से अधिक नौकरियाँ दीं हैं। उन्होंने कहा कि यह एक रिकार्ड है क्योंकि पिछली सरकारों में से किसी ने भी इतनी नौकरियाँ ख़ास तौर पर अपने कार्यकाल के पहले साल में नहीं दीं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि नौजवानों को दीं इन नौकरियों के लिए मेरिट और पारदर्शी पहुँच को ही मुख्य आधार रखा गया।
विरोधियों पार्टियों पर तीखे हमले करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता में होते जो नेता अपने महलों में से बाहर नहीं निकले, वह अब राज्य के राजनैतिक दृश्य से ही गायब हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब अब नये दौर की शुरुआत का गवाह बना है क्योंकि अजेय समझे जाते पुराने नेताओं को लोगों ने बाहर का रास्ता दिखाया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब में आई इस तबदीली के कारण पहली बार लोक हितैषी फ़ैसलों को शासन के केंद्र बिंदु में रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपना कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने सभी कानूनी और प्रशासनिक बाधाएं दूर करके 12710 अध्यापकों की सेवाओं को रेगुलर किया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसका मंतव्य अध्यापकों का भविष्य सुरक्षित करना था क्योंकि उनका मानना है कि अगर अध्यापकों का भविष्य सुरक्षित होगा तो ही वह विद्यार्थियों की किस्मत बदल सकेंगे। उन्होंने कहा कि हरेक मुलाज़िम की जायज माँग को पूरा किया जायेगा, जिसके लिए राज्य सरकार पहले ही कोशिशें कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शिक्षा क्रांति के युग की शुरुआत करते हुये पंजाब सरकार ने स्कूल आफ एमिनेंस की शुरुआत की तैयारी की है। उन्होंने कहा कि इसके लिए 68 करोड़ रुपए का बजट पहले ही इन स्कूलों के निर्माण के लिए जारी कर दिया गया है और पहला स्कूल 13 सितम्बर को लोगों को समर्पित किया जायेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह अत्याधुनिक स्कूल विद्यार्थियों को मानक शिक्षा मुहैया करने के लिए प्रेरक के तौर पर काम करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं मुहैया करने के लिए राज्य सरकार ने पंजाब भर में 664 आम आदमी क्लीनिक खोले हैं। उन्होंने कहा कि इन क्लीनिकों ने स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाये है क्योंकि इन क्लीनिकों में रोज़मर्रा के आने वाले 95 प्रतिशत मरीज़ों को बीमारियों से निजात मिल रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आम आदमी क्लीनिक पंजाब में स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था का कायाकल्प करने के लिए काम कर रहे हैं और अब तक 50 लाख से अधिक मरीज़ इन क्लीनिकों के ज़रिये मुफ़्त दवाएँ और क्लिनीकल टैस्टों की सुविधा ले चुके हैं। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा, मुख्य सचिव अनुराग वर्मा और अन्य सख्शियतें उपस्थित थीं।