आप सरकार पंजाब की अर्थव्यवस्था के लिए हानिकारक: शेरगिल

मान सरकार ने पंजाब की अर्थव्यवस्था को वेंटिलेटर पर डाला : भाजपा

CHANDIGARH, 5 OCTOBER: भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के शासन में पंजाब के खराब वित्तीय हालत के बारे में उनकी चिंताएं सही साबित हुई हैं।

यहां जारी एक बयान में शेरगिल ने कहा कि उनके द्वारा बार-बार जाहिर की गई चिंताएं पूर्ण रूप से सही साबित हुई हैं, क्योंकि सरकार ने अपने डेढ़ साल के छोटे से कार्यकाल के दौरान 50,000 करोड़ रुपये का कर्ज लेने की बात स्वीकार की है। इससे यह कहना गलत नहीं होगा कि पंजाब की अर्थव्यवस्था आईसीयू में वेंटिलेटर पर हांफ रही है। यह आप सरकार की गलत नीतियों और आर्थिक कुप्रबंधन का नतीजा है, जो मौजूदा हालातों के लिए पूरी तरह जिम्मेदार है।

उन्होने मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को लिखे गए पत्र का जिक्र करते हुए, कहा कि पत्र में मान ने खुद स्वीकार किया है कि राज्य की वित्तीय हालत अच्छी नहीं है। इसके अलावा, ऋण के उपयोग के विवरण को लेकर पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि आप सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल के दौरान पिछले डेढ़ साल में राज्य के कर्ज में 47,107.6 करोड़ रुपये बढ़ोतरी हुई है।

शेरगिल ने कहा कि यह पूरी तरह से मान सरकार के उन दावों को खारिज करता है कि राज्य की अर्थव्यवस्था अच्छी स्थिति में है। बल्कि इससे खुलासा होता है कि अर्थव्यवस्था मंदे हालातों में है और अत्यंत बुरे दौर से गुज़र रही है।

भाजपा प्रवक्ता ने आप सरकार को पूरी तरह से दिशाहीन बताते हुए कहा कि यह इस तथ्य से स्पष्ट है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में भी राजस्व संग्रह बढ़ाने के किसी भी नए विकल्प का जिक्र नहीं है। बावजूद इसके कि राज्य में लगातार गहराते वित्तीय संकट की समस्या से निपटने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।

शेरगिल ने जोर देते हुए कहा कि वास्तव में, सरकार के पास राजस्व पैदा करने के लिए कोई पुख्ता सोच नहीं है, जिससे राज्य को घाटे से बाहर निकाला जा सके। जबकि राज्य भारी कर्ज के जाल में फंसा हुआ है।

शेरगिल ने कुछ आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के अंत में पंजाब पर 2.82 लाख करोड़ रुपये का कर्ज था, जो वित्तीय वर्ष 2022-23 के अंत में बढ़कर 3.12 लाख करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह वित्तीय वर्ष 2023-24 के अंत तक कर्ज 3.47 लाख करोड़ रुपये की नई ऊंचाई को छूने का आशंका है।

शेरगिल ने आगे कहा कि पंजाब सरकार ने कर्ज चुकाने पर पांच साल का मोरोटोरियम भी मांगा है। इससे साफ तौर पर खजाना खाली ना होने संबंधी सरकारी दावों की पोल खुलती है। दिलचस्प बात यह है कि लगभग दस महीने पहले, सरकार ने मोरोटोरियम लेने के विचार को सिरे से खारिज कर दिया था, लेकिन अब उसी सरकार ने इस मामले पर पूरी तरह से यू-टर्न ले लिया है।

उन्होने कहा कि आप सरकार के पास राज्य को कर्ज मुक्त बनाने के लिए कोई रोडमैप या ब्लूप्रिंट नहीं है। पंजाब के लोगों को इनसे बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन आप सरकार राज्य को बढ़ते कर्ज से बाहर निकालने और गिरती अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने में बुरी तरह विफल रही है।

शेरगिल ने आगे बताया कि पंजाब देश के सबसे अधिक कर्जदार राज्यों में से एक है और वर्तमान सरकार ने राज्य की अर्थव्यवस्था को रिवर्स गियर में डाल दिया है। भाजपा प्रवक्ता ने खुलासा किया कि कई बार आप सरकार को कर्मचारियों को समय पर वेतन देने में भी कठिनाई होती है। लेकिन दुर्भाग्य इस बात का है कि इस तथ्य के बावजूद कि राज्य की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल है, आप सरकार की फर्जी उपलब्धियों का प्रचार करने वाले विज्ञापनों और होर्डिंग्स पर करोड़ों रूपए की फिजूलखर्ची की जा रही है।

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