भारी बारिश के बीच ED, BJP और मोदी सरकार के खिलाफ चंडीगढ़ कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन, पुलिस ने कइयों को हिरासत में लिया

अपनी चौतरफा विफलताओं से लोगों का ध्यान हटाने के लिए विपक्ष के नेताओं को परेशान कर रही मोदी सरकार: एचएस लक्की

CHANDIGARH, 21JULY: भारी बारिश का सामना करते हुए चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आज मोदी सरकार पर बदले एवं नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए सेक्टर-18 स्थित ईडी ऑफिस की तरफ कूच किया लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की तो चंडीगढ़ पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में उनको रिहा कर दिया गया।

सुबह पार्टी कार्यकर्ता कांग्रेस भवन सेक्टर-35 में बड़ी संख्या में एकत्र हुए और अपनी नेता सोनिया गांधी को अकारण तलब करने के विरोध में सेक्टर-18 स्थित प्रवर्तन निदेशालय की ओर मार्च शुरू किया। इस दौरान सेक्टर 34-35 के आसपास भारी पुलिस बल द्वारा बैरिकेडिंग लगा कर उन्हें रोक दिया गया। इस दौरान कांग्रेसजनों ने ईडी, भाजपा तथा मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर बसों द्बारा सेक्टर-39 थाने में ले गई। हिरासत में लिए गए नेताओं में चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह लक्की, महिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपा दुबे, ओपी वर्मा अध्यक्ष सेवादल, मनोज लुबाना अध्यक्ष युवा कांग्रेस, पार्टी के वरिष्ठ नेता डीडी जिंदल के अलावा पार्टी के निर्वाचित पार्षद और सौ से अधिक नेता शामिल थे। चंडीगढ़ यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष मनोज लुबाना और कुछ युवा कार्यकर्ता बैरिकेड्स को पार करने की कोशिश में घायल भी हो गए और उन्हें इलाज के लिए ले जाना पड़ा।

प्रवर्तन निदेशालय द्वारा सोनिया गांधी को तलब करने की निन्दा करते हुए पार्टी की स्थानीय इकाई के अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह लक्की ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा इस तरह से की जा रही बदले की बेशरम राजनीति से देश का लोकतंत्र कमजोर हो रहा है और कानून के शासन की धज्जियाँ उड़ रही हैं। सरकार का यह कृत्य सुरक्षा एजेंसियों के दुरुपयोग और प्रतिशोध की राजनीति में सरकार की लिप्तता का एक निन्दनीय उदाहरण है, जो देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए कोई शुभ संकेत नहीँ है। उन्होंने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था को चलाने की अपनी गलत नीतियों के कारण सभी मोर्चों पर बुरी तरह विफल रही है। देश की वित्तीय स्थिति खराब है, रुपये का मूल्य एक नए निचले स्तर पर गिर गया है। विदेशी मुद्रा भंडार सूख रहा है और जनता मंदी और बेरोजगारी की दोहरी मार झेल रही है। इसलिए अपनी चौतरफा विफलताओं से लोगों का ध्यान हटाने के लिए मोदी सरकार प्रवर्तन एजेंसियों के माध्यम से विपक्ष के प्रभावशाली नेताओं को तंग और परेशान करने जैसे सस्ते हथकंडे अपना रही है। लक्की ने कहा कि यह विडंबना ही है कि पहले राहुल गांधी और अब सोनिया गांधी को मनी लॉन्ड्रिंग के एक ऐसे तथाकथित मामले में फंसाया और प्रताड़ित किया जा रहा है, जिसमें कोई पैसे का लेन देन नहीं हुआ है और न ही किसी संपत्ति का हस्तांतरण हुआ है। यह दुर्भाग्य की बात है कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा देश के संसाधनों का इस्तेमाल कर सैकड़ों घंटे बेगुनाह लोगों से पूछताछ की गई है। लक्की ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय मोदी सरकार में शामिल ताकतवर लोगों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के मामले मीडिया में आते ही चुप्पी साध लेती है और भाजपा के संकीर्ण राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए विपक्ष के नेताओं को अकारण परेशान करती है। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय के गैर-पेशेवर रवैये का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एजेंसी अदालतों में उसके द्वारा चलाए जा रहे मामलों में आरोपियों को सजा दिलाने की एक प्रतिशत दर भी हासिल नहीं कर पाई है।

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