कांग्रेस ने चण्डीगढ़ में कचरे के मुद्दे पर BJP नेता संजय टण्डन को आड़े हाथ लिया

कहा- भाजपा की मायूसी अब सभी हदें पार कर चुकी, निगम चुनाव में उसे अपनी पराजय सुनिश्चत दिखाई देने लगी

CHANDIGARH: चण्डीगढ़ कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश शर्मा ने भारतीय जनता पार्टी के नेता संजय टण्डन के उस वकतव्य का गंभीर नोटिस लेते हुए उनकी तीखी आलोचना की है, जिसमें कहा गया था कि चण्डीगढ़ निवासियों को कचरे का तोहफ़ा कांग्रेस ने दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की मायूसी अब सभी हदें पार कर चुकी है। राजेश शर्मा ने कहा कि वास्तव में अब आने वाले नगर निगम चुनावों में उसे अपनी पराजय सुनिश्चत दिखाई देने लगी है, इसी लिए अब उसके नेता ऐसी बेतुकी ब्यानबाज़ी कर रहे हैं।

राजेश शर्मा ने स्पष्ट किया कि दरअसल ‘सिटी ब्यूटीफुल’ का तोहफ़ा तो पण्डित जवाहर लाल नेहरु ने राष्ट्र को दिया था परन्तु अब उसे ‘कचरे के पहाड़ वाले नगर’ के नाम से भी जाना जाने लगा है। किसी मानवीय समाज में कचरे का आना तो स्वाभाविक है परन्तु स्थानीय नगर निगम की यह ज़िम्मेदारी बनती है कि वह कचरे के उन ढेरों का निपटान करे।

भाजपा नेता के ब्यान का अन्त में यह सही अर्थ निकलता है कि कांग्रेस ने केवल यह ग़लती कर दी कि नेहरु जी ने एक सुन्दर नगर की कल्पना की और उस सपने को साकार करते हुए उसे विकसित भी किया – जहां अब हज़ारों लोगों को आश्रय मिला हुआ है और वे यहां रहते हैं। कांग्रेसी प्रवक्ता ने कहा कि मानवीय समाज में कचरे का उत्पन्न होना स्वाभाविक ही है। यदि यहां पर कोई नगर ही न होता, तो यहां कोई व्यक्ति भी न रहता और कचरे के ढेर भी न लगते, जैसे कि अब लगे हुए हैं।

राजेश शर्मा ने दलील दी कि भाजपा को शहर के निवासियों को सब से पहले तो यही समझाना चाहिए कि उन्होंने पिछले छह वर्षों में कचरे के ढेर को पहाड़ के रूप में क्यों बढ़ने दिया और कचरा प्रबंधन की दिशा में कुछ क्यों नहीं किया।

राजेश शर्मा ने यह भी कहा कि जब भाजपा ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला द्वारा डंपिंग ग्राउंड के पास प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की बात सुनी, तो उसने डंपिंग ग्राउंड के किनारे पेड़ लगाकर और अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को विरोध करने और सम्मेलन में हंगामा करने के लिए भेजकर अपनी मूर्खता को छिपाने की कोशिश की।

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