दूरदर्शन चंडीगढ़ में मनाई गांधी-शास्त्री जयंती: महान विभूतियों को केवल एक दिन याद न करें, बल्कि हमेशा उनके आदर्शों पर चलें: केके शारदा

CHANDIGARH: दूरदर्शन चंडीगढ़ में आज राष्ट्रपिता गांधी की 152वीं जयंती मनाई गई। गांधी व लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि देते हुए गांधी निधि के पूर्व अध्यक्ष व फ्रीडम फाइटर एसोसिएशन के अध्यक्ष के.के. शारदा ने कहा कि महान विभूतियों को हम केवल आज ही के दिन याद न करें बल्कि हमेशा ही इनके विचारों व आदर्शों पर चलें। शारदा ने बताया कि 4 सितंबर, 1888 को गांधी जी इंग्लैंड गए। वह डॉक्टर बनना चाहते थे लेकिन पिता की इच्छा को देखते हुए उन्होनें वकालत की। गांधी जी ने लगभग 6 वर्ष, 4 माह, 28 दिन का समय जेलों में बिताया। शारदा ने गांधी जी की चंपारण यात्रा, नामक आंदोलन व चरखे की महत्ता के बारे में भी बात की। उन्होंने बताया कि गांधी जी कहा करते थे कि आत्मा की आवाज़ मनुष्य द्वारा बनाए गए कानूनों से ऊपर है।

कार्यक्रम में प्रसिद्ध शायर शम्स तरबेजी, हरियाणा सरकार के उच्च अधिकारी राजीव रंजन ने भी गांधी जी के बारे में अपने विचार रखे। कवयित्री संगीता कुंद्रा ने गांधी जी पर लिखी कविता सुनाई। इसमें दूरदर्शन के उच्च अधिकारी कश्मीर सिंह-कार्यालय प्रमुख, सुरेंद्र कुमार-हेड प्रोग्राम ने भी भाग लिया। इनके अतिरिक्त अनिल भारद्वाज, तीरथ राज, मंजीत सिंह, कश्मीरी देवी, अजीत चौबे,रजत, अमनदीप सिंह, राजीव कुमार तथा सुरेंद्र कुमार असिस्टेंट इंजीनियर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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