नए वोटरों की सुविधा के लिए ई-ऐपिक प्रोग्राम 28 फरवरी तक बढ़ाया

CHANDIGARH: भारतीय चुनाव आयोग (ई.सी.आई.) की तरफ से 25 जनवरी, 2021 को आरंभ किए गए डिजिटल वोटर कार्ड, ई-ई.पी.आई.सी. (इलेक्ट्रॉनिक इलैक्टोरल फोटो आईडैंटटी कार्ड) प्रोग्राम को भारी प्रतिक्रिया मिली है। अब तक इसके अंतर्गत 3 लाख से अधिक नये रजिस्टर हुए वोटर पहले ही अपना ई-ई.पी.आई.सी. डाउनलोड कर चुके हैं।

ई-ऐपिक प्रणाली की उच्च माँग और इसके परिणामस्वरूप पैदा हुए अतिरिक्त भार के मद्देनजऱ भारतीय चुनाव आयोग ने पहले चरण के अंतर्गत नये वोटरों के लिए फरवरी, 2021 के अंत तक बढ़ाने का फ़ैसला लिया है।चुनाव आयोग ने नये रजिस्टर हुए वोटरों को विशेष संक्षिप्त संशोधन-2020-21 के दौरान पहली प्राथमिकता देने का फ़ैसला किया है। दूसरे चरण में आम वोटरों के लिए ई-ऐपिक डाउनलोड करने सम्बन्धी तारीखों, जिन्होंने पहले ही विशेष संक्षिप्त संशोधन-2020-21 से पहले रजिस्ट्रेशन करवाया है और जिनके यूनीक मोबाइल नंबर प्रमाणित हैं, को अलग तौर पर घोषित किया जायेगा।वोटरों को सुविधा देने के उद्देश्य से नये वोटर अब अपने रजिस्टर्ड मोबाइल के द्वारा डिजिटल वोटर कार्ड को देख और प्रिंट कर सकते हैं।

यह ई-ऐपिक का एक नॉन-ऐडिटेबल सिक्योर पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फॉर्मेट (पीडीएफ) रूप है। यह मोबाइल या कंप्यूटर पर सेल्फ-प्रिंटेबल रूप में डाउनलोड किया जा सकता है। इस तरह कोई भी वोटर अपना वोटर कार्ड अपने मोबाइल पर स्टोर, डिजी लॉकर पर अपलोड या इसको प्रिंट कर सकता है। इसको ख़ुद लैमीनेट कर सकता है।

यह नयी रजिस्ट्रेशन के लिए जारी किये जा रहे फिजि़कल ई.पी.आई.सी. के अलावा है।ई.सी.आई. के दिशा-निर्देशों अनुसार जि़ला चुनाव अधिकारियों (डी.ई.ओज) और मतदाता रजिस्ट्रेशन अफसरों (ई.आर.ओ.) को हिदायत की गई कि रजिस्टर हुए सभी नये वोटरों को ई-ई.पी.आई.सी. का लाभ लेने के लिए उत्साहित किया जाये। मुख्य चुनाव अधिकारी (सी.ई.ओ.) के कार्यालय ने चुनाव आयोग के इस नये कदम को व्यापक प्रचार देने के लिए फील्ड स्तर के अधिकारियों को भी सक्रिय किया है।

error: Content can\\\'t be selected!!