पूर्व एडवोेकेट जनरल अनमोल रत्न सिद्धू पर बिफरा डॉ. अंबेडकर संयुक्त मोर्चा, पंजाब का सीएम हाउस घेरने की दी चेतावनी

उप-चेयरमैन ओमप्रकाश सैनी ने चंडीगढ़ के सफाई कर्मियों के हितों की भी की वकालत, कहा- नगर निगम व प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा कर्मचारियों से अवैध वसूली का गोरखधंधा लेकिन अफसर बेसुध

CHANDIGARH, 12 AUGUST: अनुसूचित जाति को लेकर पंजाब के पूर्व एडवोकेट जनरल अनमोल रत्न सिद्धू द्वारा दिए गए बयान और चंडीगढ़ नगर निगम एवं प्रशासन द्वारा सफाई कर्मचारियों के हितों की नजरंदाजी के मुद्दे पर डॉ. अंबेडकर संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने आज लड़ाई छेड़ने का ऐलान कर दिया। सेक्टर-27 स्थित चंडीगढ़ प्रेस क्लब में एक प्रेस कांफ्रेंस कर मोर्चा के नेताओं ने पंजाब के पूर्व एडवोकेट जनरल अनमोल रत्न सिद्धू के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन पर कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की चेतावनी दे डाली। साथ ही सफाई कर्मचारियों को उनके हक दिए जाने की वकालत करते हुए चंडीगढ़ प्रशासन व नगर निगम को भी चेताया।

चंडीगढ़ प्रेस क्लब में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मौजूद डॉ. अंबेडकर संयुक्त संघर्ष मोर्चा चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा के उप चेयरमैन एवं डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन सोसाइटी चंडीगढ़ के चेयरमैन ओमप्रकाश सैनी व मोर्चा के अन्य नेता।

अफसर दबाए बैठे हैं डायरेक्ट भर्ती का पारित प्रस्ताव

प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद डॉ. अंबेडकर संयुक्त संघर्ष मोर्चा चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा के उप-चेयरमैन एवं डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन सोसाइटी चंडीगढ़ के चेयरमैन ओमप्रकाश सैनी ने कहा कि चंडीगढ़ नगर निगम एवं प्रशासन की नाक के नीचे सफाई कर्मचारियों व कांट्रैक्ट पर काम कर रहे कर्मचारियों से अवैध वसूली का गोरखधंधा चल रहा है लेकिन नगर निगम के अधिकारी बेसुध होकर मस्त हैं और कर्मचारी परेशान हैं। सैनी ने कहा कि चंडीगढ़ नगर निगम के MOH विंग में सफाई कर्मचारियों की जनसंख्या के आधार पर डायरेक्ट भर्ती कने के लिए कई वर्षों पहले नगर निगम सदन की मीटिंग में प्रस्ताव पास हो चुका है लेकिन अधिकारी इसे दबाकर बैठे हैं। सैनी ने कहा कि चंडीगढ़ में अगर किसी भी सफाई कर्मचारी की मृत्यु होती है तो उसके आश्रितों को कम से कम 20 से 50 लाख रुपए तक मुआवजा मिलना चाहिए लेकिन वह भी नहीं दिया जाता। उन्होंने चंडीगढ़ से समस्त विभागों में ठेकेदारी प्रथा को समाप्त करने और सीधे प्रशासन व नगर निगम के अधीन कर्मचारी भर्ती करने की मांग की।

एमओयू की शर्तें भी लागू नहीं कर रहे अधिकारी

डोर गार्बेज कलेक्शन सोसायटी चंडीगढ़ के चेयरमैन ओमप्रकाश सैनी ने कहा कि चंडीगढ़ नगर निगम एवं प्रशासन के सभी अधिकारी लापरवाह व गैर जिम्मेदार बने हुए हैं। पिछले कई सालों से इनकी नाक के नीचे कमीशनखोरी का गोरखधंधा चल रहा है लेकिन उच्च अधिकारी इसकी सुध लेने को तैयार नहीं हैं। सैनी ने कहा कि चंडीगढ़ के वाल्मीकि समाज के जितने भी सफाई कर्मचारी हैं, विभिन्न तरह के संविदा के तहत पहले तो नगर निगम प्रशासन के अधिकारी उनको नौकरी लगाने के नाम पर उनसे पैसे मांगते हैं और फिर उन्हीं को दो-चार महीने में हटाकर उनका शोषण करते हैं। वाल्मीकि समाज के युवा इससे बहुत परेशान हैं और समाज में इससे नगर निगम एवं प्रशासन के प्रति बहुत रोष है। उन्होंने कहा कि डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन के कर्मचारियों के साथ किए गए एमओयू के तहत जो शर्तें नगर निगम प्रशासन को लागू करनी चाहिए, उन्हें भी अभी तक नहीं लागू किया गया है, जिससे डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन कर्मचारियों में भारी रोष है।

ठेकेदारी प्रथा को जड़ से खत्म करके रहेंगे

ओमप्रकाश सैनी ने कहा कि चंडीगढ़ की विभिन्न ट्रेड यूनियनों एवं मजदूर संगठनों ने कर्मचारियों से अवैध वसूली तथा ठेकेदार प्रथा के खिलाफ चंडीगढ़ प्रशासन एवं नगर निगम के उच्च अधिकारियों को समय-समय पर शिकायतें दीं और आगाह किया लेकिन उच्च अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगती। यह बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है, जिससे समाज के विभिन्न लोगों को ठेस पहुंचती है और उनकी तरक्की में रुकावट पड़ती है। इसीलिए चंडीगढ़ की विभिन्न ट्रेड यूनियनों एवं मजदूर संगठनों ने मिलकर इस मुद्दे को जड़ से खत्म करने का बीड़ा उठा लिया है और ठेकेदारी प्रथा को जड़ से खत्म करके रहेंगे। सैनी ने कहा कि चंडीगढ़ में जितने भी ठेकेदार व उनकी कंपनियां हैं, वह उनके यहां जो भी कर्मचारी काम करना चाहता है, उससे 20000 रुपए तक मांगते हैं और उनके आगे जो ठेकेदारों के एजेंट हैं उनसे लाख-लाख रुपए तक मांगते हैं। ओमप्रकाश सैनी ने कहा कि जिस तरह से यह लूट-खसोट चल रही है, उसे देखते हुए बिचौलियों को निकाल बाहर किया जाए। ओमप्रकाश सैनी ने कहा कि चंडीगढ़ जैसे साफ-सुथरे शहर में जनसंख्या के आधार पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती होनी चाहिए, यह प्रस्ताव कई बार नगर निगम सदन की मीटिंग में पास हो चुका है लेकिन चंडीगढ़ के प्रशासनिक व नगर निगम के अधिकारी लापरवाही के तहत इस प्रस्ताव को दबाकर रखना चाहते हैं, जिससे वाल्मीकि समाज का शोषण होता है और चंडीगढ़ शहर की सफाई के मामले में Ranking दिन-ब-दिन नीचे गिरती आ रही है।

यह है अनमोल रत्न सिद्धू का मामला

ओमप्रकाश सैनी ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर संयुक्त संघर्ष मोर्चा पंजाब के पूर्व एडवोकेट जनरल अनमोल रत्न सिद्धू के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग करता है। सैनी ने बताया कि अनमोल रत्न सिद्धू ने हाल ही में बयान दिया है कि अनुसूचित जाति पिछड़ा वर्ग में नहीं आती। इससे अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग के लोगों को भारी ठेस पहुंची है। सैनी ने कहा कि चूंकि अनमोल रत्न सिद्धू आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए हैं तथा पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने ही उन्हें अपना एडवोकेट जनरल बनाया था, इसलिए उनके बयान से लगता है कि आम आदमी पार्टी अनुसूचित जाति के लोगों के साथ कोई बड़ी साजिश रच रही है। यदि ऐसा नहीं है तो पंजाब सरकार अनमोल रत्न सिद्धू के बयान के लिए अनुसूचित जाति समाज से तुरंत माफी मांगे। अनमोल रत्न सिद्धू के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करे। सैनी व डॉ. अम्बेडकर संयुक्त संघर्ष मोर्चा के अन्य नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि पंजाब सरकार ने ऐसा नहीं किया तो आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ संघर्ष का मोर्चा खोला जाएगा और पंजाब के मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा।

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