G-20 के घोषणा पत्र से भारत समेत दुनियाभर के MSME और व्यापारियों को मिलेगा बड़ा प्रोत्साहन: हरीश गर्ग

कैट के प्रेसीडेंट बोले-नया इकोनॉमिक कॉरिडोर बनने से न केवल व्यापार में वृद्धि होगी, बल्कि डिजिटल इकोनॉमी का भी होगा बड़ा विस्तार

CHANDIGARH, 11 SEPTEMBER: कल दिल्ली में संपन्न हुए G-20 शिखर सम्मेलन को ऐतिहासिक बताते हुए कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को करिश्माई की संज्ञा देते हुए कहा कि इस सम्मेलन में सर्वसम्मति से जारी किया गया नई दिल्ली घोषणा पत्र भारत ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में छोटे व्यापारियों एवं लघु उद्योगों के विस्तार में एक मील का पत्थर बनेगा और व्यापार सहित डिजिटल इकोनॉमी को एक नई गति प्रदान करेगा।कैट के राष्ट्रीय सचिव एवं चंडीगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष हरीश गर्ग ने उम्मीद जताई कि G-20 के घोषणा पत्र के अनुरूप जो नीतियां बनेंगी, उनसे निश्चित रूप से भारत के निर्यात व्यापार में बड़ी वृद्धि होगी।

कैट के चंडीगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष हरीश गर्ग, उपाध्यक्ष हरिशंकर मिश्रा, महासचिव भीमसेन अग्रवाल एवं सचिव अजय सिंगला ने एक संयुक्त बयान में कहा कि इंडिया मिडल ईस्ट यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाने की घोषणा से अब भारतीय व्यापारियों को कम समय में सीधे अपना सामान मिडल ईस्ट, यूरोप तथा अन्य देशों को भेजने में सुविधा होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह कॉरिडोर बनाने पर शीघ्र काम शुरू होगा तथा चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव कॉरिडोर से ज्यादा असरदार साबित होगा, क्योंकि इस कॉरिडोर से रेल, सड़क, बंदरगाह, संचार तथा जल केबल नेटवर्क पूरी तरह एक ग्रिड के रूप में जुड़ेगा।

हरीश गर्ग ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी दूरदृष्टि से विश्व के एक बड़े एवं असरदार हिस्से को एक कर दिया है, जिससे जहां अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में भारत की हिस्सेदारी बढ़ेगी, वहीं दुनियाभर में छोटे व्यापारियों एवं लघु उद्यमियों को व्यापार के बड़े अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि भारत के एफएमसीजी, खिलौने, कंप्यूटर तकनीक एवं उपकरण, फैशन, गारमेंट, साड़ी, वस्त्र, हस्तशिल्प, कंज्यूमर डयूरेबल्स, फर्निशिंग आइटम्स, जेम एंड ज्वैलरी, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स आदि के निर्यात व्यापार में वृद्धि होने की आशा है।

हरीश गर्ग एवं भीमसेन अग्रवाल ने कहा कि नई दिल्ली घोषणा पत्र में डिजिटल सेवाओं और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे में सुधार की बात कही गई है, वहीं टिकाऊ और समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल परिवर्तन के अवसरों का लाभ उठाए जाने की भी जोरदार वकालत की गई है। यह भी कहा गया है कि विकास को गति देने और स्थायी आर्थिक परिवर्तन लाने में निजी क्षेत्र की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है, जिसके लिए स्टार्ट-अप और एमएसएमई को बढ़ावा दिया जाना बहुत जरूरी है, जिससे वे नवाचार को बढ़ावा देकर और रोजगार पैदा करके सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन का नया अध्याय लिख सकेंगे। नई दिल्ली घोषणा पत्र में स्टार्ट-अप 20 एंगेजमेंट ग्रुप की स्थापना और इसके जारी रहने का संकल्प उस दिशा में बड़ा कदम है। कैट के पदाधिकारियों ने कहा कि डब्ल्यूटीओ को मूल में रखते हुए नियम-आधारित, गैर-भेदभावपूर्ण, निष्पक्ष, खुला, समावेशी, न्यायसंगत, टिकाऊ और पारदर्शी बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली अपरिहार्य है और भारत सहित सभी देश ऐसी नीतियों का समर्थन करेंगे, जो व्यापार और निवेश को सभी के लिए विकास और समृद्धि के इंजन के रूप में काम करने में सक्षम बनाएगी। यह संकल्प विदेशी कंपनियों द्वारा भारत अथवा किसी भी देश के व्यापार पर कब्जा करने की कुत्सित प्रवृति को रोकेगा।

हरीश गर्ग ने कहा कि संरक्षणवाद और बाजार को विकृत करने वाली प्रथाओं को हतोत्साहित करके समान अवसर और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करना, सभी के लिए अनुकूल व्यापार और निवेश वातावरण को बढ़ावा देना, एमएसएमई, विशेष रूप से विकासशील देशों में सूचना तक पहुंच के संबंध में चुनौतियों को पहचानने और इस प्रकार अंतरराष्ट्रीय व्यापार में एमएसएमई के एकीकरण को बढ़ावा देने के लिए एमएसएमई की सूचना तक पहुंच बढ़ाने का संकल्प छोटे व्यापारियों तथा लघु उद्योगों के लिए संजीवनी का काम करेगा।

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