हरियाणा में औद्योगिक इकाइयों को मिलेगी बिजली की एक्सप्रेस डिलीवरी: ऊर्जा मंत्री 

24 घंटे बिजली मिलने से उद्योग बनेंगे जेनरेटर फ्री: रणजीत सिंह

CHANDIGARH, 21 SEPTEMBER: हरियाणा के ऊर्जा मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक इकाईयों को अब बिजली की एक्सप्रेस डिलीवरी मिलेगी। इसके तहत बिजली निगमों द्वारा उद्योगों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति देना सुनिश्चित किया जाएगा, जिससे उद्योग जनरेटर फ्री बनेंगे। इस संबंध में नीति तैयार की जा चुकी है और आगामी 6 माह में इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा।

चौधरी रणजीत सिंह आज यहां प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सार्वजनिक व व्यक्तिगत मांग की जा रही है कि स्कूलों व घरों के ऊपर से गुजरने वाली हाइटेंशन तारों को शिफ्ट किया जाए। इस पर निर्णय लिया गया है कि अब बिजली निगम अपने खर्च पर इन तारों को शिफ्ट करेगा। इसके लिए अलग से बजट का प्रावधान किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि ढाणियों व फार्म हाउसों में भी 24 घंटे बिजली देने की प्रकिय्रा शुरू की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि ढाणियों में रहने वाले लोग कहते हैं कि उनके घरेलू व कृषि टयूबवेल कनेक्शन अलग-अलग करने से घरेलू जरूरतों के लिए बिजली आपूर्ति की समस्या बन रही है। घरेलू कनेक्शनों को म्हारा गांव-जगमग गांव की तरह गांवों के ट्रांसफर से जोड़ा जाएगा।

पिछले 9 वर्षों में हरियाणा में नहीं बढ़ी है बिजली की दरें

चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि देश-दुनिया में कोयला, डीजल इत्यादि की दरों में वृद्धि के बावजूद भी पिछले 9 वर्षों में हरियाणा में बिजली की दरें नहीं बढ़ाई गई हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग ने भी हरियाणा में बिजली उत्पादन व प्रबंधन की सराहना की है। प्रदेश की चारों डिस्कॉम आज लाभांश की स्थिति में है और कभी भी डिफॉल्ट नहीं हुई हैं। इसलिए किसी भी वित्तीय संस्थान से यदि कंपनिया ऋण लेती हैं तो तत्काल स्वीकृति मिलती है।

बिजली की उपलब्धता के चलते दिल्ली से उद्योग हरियाणा की ओर कर रहे शिफ्ट

आम आदमी पार्टी द्वारा हरियाणा में बिजली आंदोलन चलाए जाने के मुद्दे पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में ऊर्जा मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात कहने का अधिकार है, चाहे वह आंदोलन के माध्यम से हो अन्य तरीके से। जहां तक हरियाणा में बिजली की बात है तो हम बेहतर स्थिति में हैं। जबकि वास्तविकता तो यह है कि बिजली की उपलब्धता के चलते दिल्ली से उद्योग हरियाणा की ओर शिफ्ट कर रहे हैं। फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत, मानेसर क्षेत्र बड़े औद्योगिक हब बन चुके हैं। इतना ही नहीं, पानीपत, झज्जर, बहादुरगढ़, करनाल तक व उसके आस-पास के क्षेत्र में ग्रुप हाउसिंग सोसायटी बन रही हैं और इनमें भी बिजली की मांग बढ़ रही है, जिसे हरियाणा पूरा कर रहा है।

उन्होंने कहा कि देश में निर्मित कार, ट्रैक्टर, मोटरसाईकिल, क्रेन इत्यादि का 50 प्रतिशत से भी अधिक उत्पादन हरियाणा में हो रहा है। यह सब केवल बिजली की उपयुक्त उपलब्धता के कारण ही संभव हुआ है, क्योंकि बिना बिजली के उद्योग चल नहीं सकते। गुजरात के बाद हरियाणा बिजली के मामले में नंबर-2 पर है।

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