जय जवान-जय किसान के नारे से आज शुरू होगा मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल- 2020, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे उदघाटन, पूरे विश्व में होगा लाइव टैलीकास्ट

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह तीन दिवसीय फेस्टिवल के समापन समारोह की अध्यक्षता करेंगे

1971 जंग की गोल्डन जुबली के जश्न का आधार बांधेगा यह समारोह पूरी तरह ऑनलाइन होगा

CHANDIGARH: आज शुरू होने जा रहा मिलट्री लिटरेचर फेस्टिवल 2020 जय जवान, जय किसान के नारे के साथ शुरू होगा। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को चौथे मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह, जिन्होंने जवानों को रक्षा बलों की तरफ आकर्षित करने के लिए आज़ाद, उदारवादी और फ़ौजी साहित्यक विचारों की सर्वपक्षीय भावना के संजीदा मंच के प्रसार के लिए इस समागम की शुरूआत की है, 20 दिसंबर को तीन दिवसीय समागम के समापन समारोह की अध्यक्षता करेंगे।

इस संबंधी जानकारी देते हुये आज पंजाब भवन में फेस्टिवल के बारे में ऐलान करते हुये मुख्यमंत्री पंजाब के सीनियर सलाहकार लैफ्टिनैंट जनरल टी.एस. शेरगिल (सेवामुक्त) ने बताया कि कोविड-19 के कारण बने हालातों के मद्देनजऱ यह समागम 18 दिसंबर से 20 दिसंबर तक ऑनलाइन आयोजित किया जा रहा हैे। इस समागम के साथ पाकिस्तान के विरुद्ध 1971 जंग की गोल्डन जुबली के जश्नों का आधार बंधेगा जिसको अगले साल मनाया जायेगा। जनरल शेरगिल ने आगे कहा कि इस जंग में हमारी शानदार जीत के साथ बंगलादेश बना थी जो भारतीय सेना की महान बहादुरी की परंपराओं की एक अद्भुत कथा है।

जनरल शेरगिल ने एमएलएफ 2020 के विषय के पीछे दिए तर्क पर प्रकाश डालते हुये कहा कि जय जवान, जय किसान न सिफऱ् पंजाब के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए विशेष अहमीयत रखता है क्योंकि हमारे जवान जो मातृ भूमि के लिए अपना सब कुछ कुर्बान करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं वह देश के विभिन्न ग्रामीण पृष्टभूमि से सम्बन्ध रखते हैं।

जनरल शेरगिल ने मातृ भूमि के प्रति किसानी और सैनिकों की बेमिसाल वचनबद्धता को दोहराते हुये दोनों के आपसी संबंधों को सबसे बड़ी ताकत करार दिया। उन्होंने उम्मीद अभिव्यक्त की कि हमारे समागम से सांसारिक स्तर पर राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को समझने में और विस्तार होगा।इसके अलावा, यह प्रोग्राम एमएलएफ की वैबसाईट, फेसबुक, यूट्यूब और सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्मों पर पूरी दुनिया के दर्शकों के लिए सीधा प्रसारित किया जायेगा, इसके साथ ही यह फेस्टिवल प्रसिद्ध रक्षा अधिकारियों, विषय माहिरों और राजनैतिक नेताओं की तरफ से रणनीतिक क्षेत्रीय और राष्ट्रीय महत्ता के विषयों पर 13 पैनल विचार-विमर्श को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का मंच पेश करेगा।  

जोश और जज़्बे वाले 7 एपीसोडोंं के अलावा 85 से अधिक प्रसिद्ध वक्ताओं और माहिरों की तरफ से 3 पुस्तक चर्चाएं भी की जा रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि एम.एल.एफ. की वैबसाईट को पहले ही दुनिया भर के 16 लाख दर्शकों द्वारा देखा और पसंद किया जा रहा है। साल 2017 में प्रसिद्ध फ़ौजी इतिहासकार और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह और पंजाब के राज्यपाल वी.पी सिंह बदनौर और पश्चिमी कमांड के सहयोग के साथ शुरू हुए मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल ने क्षेत्र में निरंतर और सफलतापूर्वक यश अर्जित किया है।

यह फेस्टिवल अलग-अलग पहलूओं जैसे कि साहित्यक कार्य, कला, हस्त-कलाओं, संगीत और नौजवानों को मातृ भूमि की सेवा में रक्षा बलों को करियर के तौर पर अपनाने के लिए उत्साहित करने सम्बन्धी प्रदर्शनियों पर केंद्रित है। साल 2019 में 1,50,000 से अधिक दर्शकों ने फेस्टिवल में शिरकत की थी और इस तरह दर्शकों की हाजिऱी में 500 प्रतिशत विस्तार दर्ज किया गया। 

जनरल शेरगिल ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह जोकि स्वयं एक प्रसिद्ध मिलिट्री इतिहासकार हैं, प्रसिद्ध मीडिया माहिरों, बुद्धिजीवियों और रक्षा रणनीतिकारों का नेतृत्व करेंगे जो लैफ्टिनैंट जनरल एच.एस पनाग (सेवामुक्त), ए.सी.एम बी.एस धनोआ, एडमिरल सुनील लांबा, संसद मैंबर शशि थरूर, मनीष तिवारी, राकेश सिन्हा, महूआ मोइत्रा और राजीव चन्द्रशेखर के अलावा डा. सी राजामोहन, गुल पनाग, मोना अम्बेगाओंकर देश भर से आनलाइन शामिल होंगे।  

जनरल शेरगिल ने बताया कि सभी कोविड नियमों और ऐडवायजऱीज़ की सख़्ती से पालना को यकीनी बनाते हुये हमने शहर में एक विशेष डिज़ायनड स्टूडियो स्थापित किया है जहाँ हरएक पैनलिस्ट के लिए 5 मिनी स्टूडियो तैयार किये गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि ये विशेष तौर पर हमारे माननीय पैनलिस्टों के लिए हैं जो ट्राईसिटी से हैं और जिन्होंने पैनल चर्चा में शामिल होने के लिए हमारे स्टूडियों का चयन किया है।

जय जवान जय किसान – जवानों की जीत, किसानों की जीत, आज के समय के लिए मिलिट्री लीडरशिप, लद्दाख़ में झड़प, रक्षा तैयारी के प्रति स्वै-निर्भरता, द क्वैड: उभर रहे इंडो-पैसिफिक नेवल अलायंस के अलावा तालिबान के आने सम्बन्धी महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किये जाएंगे। तीन दिवसीय फेस्टिवल के दौरान बालीवुड और राष्ट्र संबंधी विचार-विमर्श को नया रूप देने का केंद्र बनेंगे।

इस समारोह के दौरान मुख्य मेहमान के तौर पर शिरकत करने वालों में जनरल सचिव एमएलएफ मेजर जनरल टीपीएस वड़ैच वीएसएम बार, ऑफिस इंचार्ज कर्नल टीएस धालीवाल, एमएलएफ मीडिया कोआर्डीनेटर कर्नल एन.के.एस. बराड़, फेस्टिवल डायरैक्टर मनदीप बाजवा के अलावा सीनियर सलाहकार करनवीर सिंह शामिल हैं।

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