चंडीगढ़ में नए हरियाणा विधानसभा भवन के लिए कोई जगह नहीं: कांग्रेस

हरियाणा और पंजाब सरकार नेहरू के सपनों के शहर चण्डीगढ़ की मौलिक अवधारणा से कर रही छेड़छाड़: राजीव शर्मा

CHANDIGARH, 23 NOVEMBER: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने आज शहर के भीतर हरियाणा विधानसभा की एक नई इमारत बनाने के लिए जमीन के आवंटन के बदले अपनी दस एकड़ जमीन केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ को हस्तांतरित करने के हरियाणा सरकार के ताजा प्रस्ताव की कड़ी आलोचना की है।

हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकारों पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के सपनों के शहर चण्डीगढ़ की मौलिक अवधारणा और इसके बेजोड़ फलसफे के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए चंडीगढ़ कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने कहा कि शहर के बीचोबीच हरियाणा विधानसभा भवन बनाने का प्रस्ताव शहर के मास्टर प्लान का खुला और बेरहम उल्लंघन है। हरियाणा सरकार का यह अवांछनीय प्रस्ताव शहर के मानवीय मूल्यों के अनुरूप और पर्यावरण के अनुकूल डिजाइन और वास्तुकला को बर्बाद करने के लिए पर्याप्त है, जिसकी इजाजत नहीं दी जा सकती।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अगर प्रस्तावित विधानसभा भवन को रेलवे स्टेशन क्रॉसिंग के पास मध्य मार्ग पर बनाने की अनुमति दी जाती है तो यह शहर की वास्तुकला की मौलिक विशेषताओं को नष्ट कर देगा, जो ली-कार्बूजियर ने मानव शरीर की संरचना को ध्यान में रख कर बनाया था और जिसमें कैपिटल कॉम्प्लेक्स को मस्तक के स्थान पर रखा था। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आज हरियाणा विधानसभा एक ऐसी इमारत में स्थित है, जिसे यूनेस्को द्वारा एक विरासत स्थल घोषित किया गया है और दुनियाभर से कई आधुनिक भवन नियोजक और पर्यटक वास्तुकला के बारीकियों को सीखने के लिए यहां आते रहते हैं। इस तरह की अद्भुत विरासत को नष्ट करना शहर के वासियों और चण्डीगढ़ के साथ जुड़ी उनकी भावनाओं का अपमान होगा, जिसकी अनुमति शहर के प्रबुद्ध लोग कभी भी नहीं देंगे। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अपने अद्वितीय वास्तुशिल्प डिजाइन और लेआउट के कारण शहर न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर में शहरी नियोजन में क्रांति का सूत्रधार रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि आज पंजाब और हरियाणा में सत्ता पर काबिज अदूरदर्शी राजनीतिक नेता, जो चंडीगढ़ की अवधारणा और इसकी विश्व प्रसिद्ध विरासत के बुनियादी विचार को नहीं समझते हैं, इसके साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके कारण नेहरू का ड्रीम प्रोजेक्ट चण्डीगढ़ शहर एक अनुपम शहरी नियोजन और बुनियादी ढांचे के एक उत्कृष्ट उदाहरण के रूप में अपना विश्व प्रसिद्ध दर्जा खो सकता है। चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने भाजपा और हरियाणा सरकार से शहर के बीचोबीच अपना नया असेंबली हॉल बनाने के प्रस्ताव को रद्द करने और कैपीटल काम्पलैक्स में ही मौजूदा ढांचे में बदलती जरूरतों के अनुरूप पर्याप्त बदलाव करने की भावपूर्ण अपील की है।

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