DAV कालेज में 26वें दिन शिक्षकों के परिजन भी भूख हड़ताल पर बैठे, मध्य मार्ग पर विरोध मार्च निकाल कर पंजाब सरकार का किया विरोध

CHANDIGARH: यहां आंदोलित कालेज शिक्षकों तक पहुंचने के लिए पंजाब सरकार की ओर से कोई प्रयास नहीं होने के कारण शिक्षकों के परिवार के सदस्य भी आज भूख हड़ताल में शामिल हो गए। इसी के साथ आज डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ में काम बंद कर की जा रही भूख हड़ताल 26वें दिन में प्रवेश कर गई। शिक्षकों के वेतनमान को यूजीसी से अलग करने के सरकार के निर्णय के बारे में आम जनता को अवगत कराने के लिए शिक्षकों ने मध्य मार्ग पर एक विरोध मार्च भी निकाला। उन्होंने लोगों को पंजाब सरकार की कार्यप्रणाली से भी अवगत कराया।

शिक्षकों ने कहा कि सरकार सातवीं सीपीसी लागू करने को लेकर छह साल से पैर खींच रही है, जबकि देश के बाकी हिस्सों में शिक्षकों को पहले ही लाभ प्रदान किया जा चुका है।

डीवीसीटीयू के अध्यक्ष सुमित गोकलाने ने कहा कि चूंकि राज्य सरकार पंजाब में उच्च शिक्षा के भविष्य को नष्ट करने वाले फैसले ले रही है, इसलिए उनके पास अपने कर्तव्यों का बहिष्कार करने और भीषण सर्दी में भी अपने घरों की सुख-सुविधाओं को छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। शिक्षक अनिश्चितकाल के लिए अनशन पर बैठे हैं।

चार सदस्य रात 9-5 बजे से डॉ. सुतापा सरयाल, श्रीमती दीप्ति मदान (दोनों डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ से) और श्रीमती दीप्ति शारदा और डॉ मंदीप के. चावला (दोनों एमसीएम डीएवी कॉलेज फॉर विमेन) से भूख हड़ताल पर थे। शाम को पीयू के 3 सदस्य डॉ. कुलविंदर, डॉ सुधीर मेहरा और डॉ. हरमेल रात (आज शाम 5 बजे – कल सुबह 9 बजे तक) को भूख हड़ताल में शामिल हुए।

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