शास्त्री मार्केट के चुनाव में सियासत की एंट्री से मचा बखेड़ा: मात्र 3 वोट से हारे मुकेश गोयल बोले-मैं खुद को भाजपाई बताकर लड़ता तो नागपाल का सूपड़ा साफ हो जाता, मार्केट का राजनीति के लिए इस्तेमाल दुर्भाग्यपूर्ण

CHANDIGARH: नगर निगम चुनाव के मुहाने पर खड़ी चंडीगढ़ की सियासत ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। शहर के सबसे बड़े और मशहूर रेहड़ी बाजार शास्त्री मार्केट सेक्टर-22 के प्रधान पद के लिए आज हुए चुनाव में सियासत की एंट्री क्या हुई, शहर की व्यापारी राजनीति में भी उबाल आ गया है। शास्त्री मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान पद के चुनाव में जसविंदर सिंह नागपाल उर्फ लाटी की जीत को जहां आम आदमी पार्टी ने अपनी जीत बता दिया है, वहीं जसविंदर नागपाल के मुकाबले मात्र तीन वोट से हारे मुकेश गोयल ने इस चुनाव में राजनीति के प्रवेश पर आपत्ति जताते हुए इसे मार्केट के लिए दुर्भाग्यपूर्ण ठहराया है।

प्रधान पद का चुनाव जीतने के बाद जसविंदर सिंह नागपाल अपने समर्थकों के साथ।

बता दें कि शास्त्री मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर-22 के प्रधान का चुनाव हर दो साल के लिए होता है। इस बार चुनाव में मुकेश गोयल और जसविंदर सिंह नागपाल के अलावा चार अन्य उम्मीदवारों ने भी नामांकन किया था लेकिन नाम वापसी के समय इन चारों ने अपने नामांकन वापस ले लिए थे, जिससे इस चुनाव में मुकेश गोयल और जसविंदर सिंह नागपाल के बीच सीधा मुकाबला तय हो गया। गोयल और नागपाल में से एक को शास्त्री मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर-22 का प्रधान चुनने के लिए आज मतदान हुआ। शास्त्री मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन में कुल 316 सदस्य हैं। मतदान के दौरान इनमें से कुल 311 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। शाम को वोटों की गिनती के दौरान मुकेश गोयल के पक्ष में 154 और जसविंदर सिंह नागपाल के पक्ष में 157 वोट पाए गए। इस तरह जसविंदर सिंह नागपाल को तीन वोट से विजयी घोषित कर दिया गया।

हालांकि यह चुनाव उम्मीदवारों द्वारा हमेशा गैरराजनीतिक तौर पर लड़ा जाता रहा है लेकिन चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद विजयी प्रत्याशी जसविंदर सिंह नागपाल ने खुद को आम आदमी पार्टी का समर्थक व अपनी जीत को आम आदमी पार्टी की जीत बता दिया तो मार्केट में नया बखेड़ा खड़ा हो गया है। आम आदमी पार्टी ने भी नागपाल के प्रतिद्वंद्वी मुकेश गोयल को भाजपा का समर्थक और गोयल की हार को भाजपा की हार करार दिया है लेकिन मुकेश गोयल ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है।

मुकेश गोयल का कहना है कि शास्त्री मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर-22 के प्रधान का चुनाव कभी भी किसी राजनीतिक दल के समर्थन या सिंबल पर नहीं लड़ा जाता है। इस बार भी नहीं लड़ा गया लेकिन चुनाव परिणाम के बाद विजयी उम्मीदवार ने जिस तरह खुद को आम आदमी पार्टी का नेता बताकर इसे आम आदमी पार्टी की जीत बताया, वह मार्केट के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। गोयल ने कहा कि शास्त्री मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन के तमाम सदस्यों में कोई भाजपा का समर्थक है तो कोई कांग्रेस का और कोई आम आदमी पार्टी का लेकिन एसोसिएशन के मामले में सब गैरराजनीतिक हैं। गोयल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि उन्होंने प्रधान पद का चुनाव खुद को भाजपाई बताकर या भाजपा के समर्थन से लड़ा होता तो जसविंदर नागपाल का सूपड़ा साफ हो जाता लेकिन वह (मुकेश गोयल) मार्केट के वेलफेयर के लिए होने वाले इस चुनाव में किसी भी तरह के ओच्छेपन के खिलाफ हैं। गोयल ने कहा कि चुनाव परिणाम के बाद जसविंदर नागपाल ने सिर्फ नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी से पार्षद की उम्मीदवारी का टिकट लेने के लिए खुद को आप का समर्थक व अपनी जीत को आप की जीत बताया है। इस तरह नागपाल ने एक गैरराजनीतिक चुनाव और मार्केट का अपनी राजनीति के लिए इस्तेमाल किया है, जिससे दुकानदारों में अब रोष है और वह खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।

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