पंजाब पुलिस द्वारा सभी जिलों में स्वास्थ्य एवं तंदुरुस्ती केंद्र किये जाएंगे स्थापित

स्वास्थ्य एवं तंदुरुस्ती केन्द्रों का उद्देश्य पुलिस कर्मियों को बीमारियों से बचाने के साथ साथ तंदुरुस्त स्वास्थ्य देना

CHANDIGARH: पुलिस कर्मियों का स्वास्थ्य एवं तंदुरुस्ती सबसे पहली प्राथमिकता रही है जिसके चलते पंजाब पुलिस की तरफ से राज्य के सभी जिलों समेत तीन पुलिस कमिशनरेटज़ (सी.पीज़) में पुलिस के लिए स्वास्थ्य एवं तंदुरुस्ती केंद्र (एच.डबल्यू.सी.) स्थापित करने का फैसला किया गया है। यह केंद्र सभी हथियारबंद पुलिस और पुलिस प्रशिक्षण केन्द्रों में भी स्थापित किये जाने का प्रस्ताव है।

इन एच.डबल्यू.सी. में इन्डोर जिम, आउटडोर जिम, ध्यान और योगा के लिए जगह, फिजीओथैरेपी सैंटर और काउंसलिंग के लिए रूम होंगे जिससे पुलिस कर्मियों को स्वास्थ्य सम्बन्धी काउंसलिंग और उपयुक्त परामर्श प्रदान किया जा सके।

डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डी.जी.पी.) दिनकर गुप्ता ने जानकारी देते हुये कहा कि पुलिस कर्मियों की तरफ से तनावपूर्ण स्थितियों में काम करने से उनको थकावट, तनाव की समस्याएँ हो जातीं हैं जो बाद में स्वास्थ्य सम्बन्धी गंभीर मुद्दों का कारण बन सकती हैं।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य एवं तंदुरुस्ती केंद्र जहाँ पुलिस कर्मियों को अपनी शारीरिक और मानसिक तंदुरुस्ती की तरफ ध्यान देने के प्रति उत्साहित करेंगे वहीं सेहतमंद जीवन के लिए उनको स्वास्थ्य सम्बन्धी उपयुक्त परामर्श प्रदान भी करेंगे।

पहले पड़ाव में एच.सी.डबल्यूज़ की स्थापना के लिए बजट में से 2.97 करोड़ रुपए की राशि पहले ही सी.पी. लुधियाना और सी.पी. अमृतसर समेत 15 जिलों को जारी कर दी गई है। डी.जी.पी. ने बताया कि अधिकतर केंद्र सी.पी. अमृतसर, जिला तरन तारन, मानसा और पठानकोट में बन कर तैयार हो गए हैं और मार्च के अर्ध तक कार्यशील होने की उम्मीद है जबकि बाकी केन्द्रों का निर्माण कार्य चल रहा है।

उन्होंने कहा कि ऐसे सैंटर स्थापित करने के लिए दूसरे पड़ाव में बाकी जिले, आर्म्ड पुलिस और पुलिस प्रशिक्षण केन्द्रों में फंडों का वितरित किया जायेगा।

डीजीपी दिनकर गुप्ता ने आगे बताया कि स्वास्थ्य एवं तंदुरुस्ती के प्रोग्रामों के आयोजन के लिए अगले वित्तीय साल से हर जिले के लिए 2 लाख रुपए सालाना राशि भी रखी गई है।

डीजीपी ने कहा कि स्वास्थ्य एवं तंदुरुस्ती केन्द्रों में पाँच से सात दिनों के हैल्थ एंड वैलनैस प्रोग्राम मनोरोग माहिरों समेत स्वास्थ्य पेशेवरों के द्वारा करवाए जाएंगे जो बेहतर स्वास्थ्य के लिए पुलिस कर्मियों को जीवन-शैली में बदलाव लाने के लिए शारीरिक व्यायाम, पौष्टिक खुराक और काउंसलिंग की सिफारिश करेंगे। उन्होंने कहा कि फिजीओथैरेपी सैंटर पुलिस को आयु से सम्बन्धी मामूली दर्द और घुटनों, जोड़ों, कमर आदि में दर्द से राहत सम्बन्धित सहूलतें प्रदान करेंगे।
एडीजीपी वैलफेयर वी. नीरजा ने कहा कि सभी पुलिस कमीशनरों (सी.पीज़) और सीनियर कप्तान पुलिस को स्वास्थ्य एवं वैलनैस प्रोग्राम की जरूरत वाले पुलिस कर्मियों की पहचान करने के लिए एस.पी. मुख्यालय और मैडीकल अधिकारियों के साथ कमेटी का गठन करने की हिदायत कर दी गई है। यह कमेटी मासिक स्वास्थ्य एवं तंदुरुस्ती प्रोग्राम तैयार करेगी और इनका आयोजन करवाएगी। इसके इलावा यह कमेटी यह भी यकीनी बनाऐगी कि जिले में तैनात सभी पुलिस कर्मियों को साल में कम से कम एक बार प्रोग्राम में शामिल होने का मौका मिल सके।
इस दौरान डीजीपी ने उम्मीद जाहिर की है कि एच.डबल्यू.सीज़ पुलिस कर्मियों के लिए सेहतमंद जीवन शैली अपनाने और उनको विभिन्न बीमारियों से बचा कर रखने के लिए सहायक साबित होंगे।

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