गांधी स्मारक भवन में मनाई विनोबा जयंती: सर्वोदय धर्म सबसे उत्तम है: यशपाल गर्ग

CHANDIGARH: गांधी स्मारक भवन सैक्टर 16-ए में आज भारत रत्न संत विनोबा भावे की 126वीं जयंती श्रद्धाभाव से मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि यशपाल गर्ग सी.ई.ओ. हाऊसिंग बोर्ड, सैक्रेटरी स्वास्थ्य विभाग चंडीगढ़ रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि देविंदर सिंह, राष्ट्रीय सचिव सहकार भारती थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. सरिता मेहता, अध्यक्ष विद्याधाम यू.एस.ए व डॉ.सुभाष गोयल प्रसिद्ध समाज सेवक ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वधर्म प्रार्थना एवं श्रीमती कंचन त्यागी के भजन से हुआ।        

यशपाल गर्ग ने विनोबा जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि विनोबा जी कहते थे कि सबसे उत्तम धर्म सर्वोदय धर्म है। इस धर्म में सबके उदय की बात है। विनोबा जी कहते थे कि अगर विज्ञान और आत्मज्ञान को आपस में जोड़ दिया जाए तो इस पृथ्वी पर स्वर्ग का निर्माण कर सकते है। विज्ञान ने बुद्धि को खुब विस्तृत किया है परन्तु हृदय के साथ नहीं मिल पा रहा है इसलिए इन दोनों का मेल जरूरी है। आध्यात्मिकता और विज्ञान मिलकर सर्वोदय होता है। सत्य प्रेम करूणा आध्यात्मिकता का मुख्य रूप है। डॉ. देवराज त्यागी, निदेशक गांधी स्मारक भवन ने विनोबा जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि बाबा विनोबा ने साढ़े तेरह वर्ष तक पद यात्रा की तथा 36,500 मील की दूरी तय की । इस यात्रा में उन्होंने 44 लाख एकड़ जमीन भूदान में प्राप्त करके गरीबों में बांट दी।        

विशेष अतिथि देविंदर सिंह ने कहा कि विनोबा जी चाहते थे कि हर गांव में खादी,ग्रामोद्योग,गौ रक्षा एवं गोबर गैस प्लांट हो ताकि गांव का विकास हो सके। देश को आजाद कराने में गांधी जी ने इनको प्रथम सत्याग्रही घोषित किया था। कार्यक्रम में हाऊसिंग बोर्ड के नवनियुक्त डायरेक्टर हितेश पुरी विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस समारोह के अवसर पर विनोबा भावे जी को समर्पित काव्य गोष्ठी का आयोजन भी किया गया, जिसमें वरिष्ठ कविवर प्रेम विज, डॉ. अनीश‌ गर्ग, डॉ. विनोद शर्मा, सुशील हसरत नरेलवी, अशोक नादिर, नीरु मित्तल, डेज़ी बेदी जुनेजा, विजय कपूर, हरेंद्र सिन्हा ने भाग लिया।‌ अंत में डॉ. एम.पी.डोगरा ने विनोबा जी के जीवन पर अपने धन्यवाद रूपी विचार रखे। मनमोहन खन्ना को कोरोना काल में विशेष कार्याें के लिए सम्मानित किया गया। इस समारोह में संजय शर्मा, सतीश, पुनीत त्यागी, कंचन त्यागी, रोशन लाल, नीरज मक्कर, गुनार बहल, भूपेन्द्र शर्मा, डा. आर.के. चन्ना,  तेजिंदर शर्मा, अशोक बेरी, सुमन बेरी, रमन शर्मा, नरेश शर्मा, जसपाल सिंह, बलविंदर पाल सिंह, आनन्द राव,गुरप्रीत, रमा देवी,नीरजा राव, अमित, महेंद्र, विक्की आदि उपस्थित रहे।
मंच का संचालन पापिया चक्रवर्ती ने किया। 

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