भाजपा ने चंडीगढ़ नगर निगम की 6 मार्च को हुई बजट बैठक को अवैध और अर्थहीन बताया

बैठक के खर्च को मेयर कुलदीप कुमार से वसूलने की मांग को लेकर निगम कमिश्नर व सेक्रेटरी को दी शिकायत

CHANDIGARH, 7 MARCH: चंडीगढ़ प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने नगर निगम के मेयर कुलदीप कुमार द्वारा 6-7 मार्च को बुलाई गई बजट बैठक की कार्रवाई को अवैध तथा सिरे से अर्थहीन और शून्य बताते हुए इस बैठक की तैयारी के लिए भोजन, नाश्ते, वीडियोग्राफी आदि पर किए गए लाखों रुपए के खर्चे को एमसी एक्ट की धारा-416 के तहत मेयर कुलदीप कुमार से वसूल किए जाने की मांग करते हुए एक शिकायत दी है।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी कैलाश चंद जैन ने बताया कि भाजपा प्रदेश महामंत्री अमित जिंदल व हुकम चंद के नेतृत्व में भाजपा के सभी पार्षदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सैक्रेटरी लोकल गवर्नमेंट तथा नगर निगम कमिश्नर को दी गई लिखित शिकायत में कहा है कि मेयर कुलदीप कुमार द्वारा 6 मार्च को निगम हाउस में बुलाई गई बजट बैठक अवैध तथा अर्थहीन है, क्योंकि बजट को पहले निगम की वित्त एवं अनुबंध समिति (एफ एंड सीसी) के सामने रखा जाता है, जबकि एफ एंड सीसी का अभी तक गठन भी नहीं हुआ है। इसलिए एफ एंड सीसी की बैठक में पेश किए बिना निगम हाउस में बजट पर चर्चा करना अवैध तथा सिरे से शून्य है। इतना ही नहीं, इस बारे में पहले ही एतराज जताया गया था, जिस पर प्रशासन द्वारा कानूनी राय भी ली गई थी और नगर निगम सचिव द्वारा कानूनी राय के साथ मेयर को बैठक स्थगित करने के बारे में अवगत करवाए जाने के बावजूद मेयर ने नियमों को ताक पर रखकर बैठक बुलाई तथा बजट पर चर्चा कराई। इस प्रकार 6 और 7 मार्च की बैठक अवैध व शून्य है तथा इन बैठकों की कार्रवाई भी धारा 405, 406, 422 और 423 के तहत शून्य है।

शिकायत में भाजपा पार्षदों ने मांग की है कि निगम सचिव द्वारा ऐसा करने से मना करने के बावजूद यह अवैध बैठक की गई और उस बैठक की तैयारी के लिए दोपहर के भोजन,  नाश्ते, वीडियोग्राफी आदि में खर्च किए गए लाखों रुपए भी निगम एक्ट की धारा 416 के तहत मेयर कुलदीप कुमार से वसूले जाने चाहिए। भाजपा पार्षदों का यह भी आरोप है कि मेयर कुलदीप कुमार, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षद खुद को कानून से ऊपर मानते हैं तथा ये भविष्य में भी पद का दुरुपयोग कर सकते हैं, जो कि बेहद निंदनीय है। इनको ऐसा करने से रोका जाना आवश्यक है तथा इसके लिए इन पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही ये लोग अपने पद का दुरुपयोग करके भविष्य में ऐसा कोई कदम न उठाएं, इसको सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

error: Content can\\\'t be selected!!