नए साल का तोहफा: चंडीगढ़-खरड़ एलीवेटिड कॉरीडोर आम ट्रैफिक के लिए खुला

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किया लोकार्पण

CHANDIGARH: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने गुरूवार को चंडीगढ़-खरड़ ऐलीवेट्ड कोरीडोर नए साल के तोहफ़े के तौर पर राज्य निवासियों को समर्पित किया। यह कौरीडोर इस क्षेत्र के आर्थिक विकास के लिए नये रास्ते खोलेगा और इससे रास्ते पर लगने वाले ट्रैफिक़ जाम से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कौरीडोर प्रोजैक्ट के शुरू होने से जो चंडीगढ़ के सैक्टर-39 के चौक से शुरू होकर खानपुर तक 10 किलोमीटर 185 मीटर लंबा है, इस क्षेत्र के लोगों की पुरानी माँग पूरी हो गई है। 28 दिसंबर को तीसरे फेज़ की शुरुआत के साथ यह प्रोजैक्ट 96 प्रतिशत पूरा हो गया, जबकि बाकी बचता हिस्सा (खानपुर में सडक़ का एक पक्ष) जनवरी 2021 के मध्य तक पूरा हो जायेगा।

इस मौके पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शांतमयी ढंग से ज़मीन अधिग्रहण करने और ज़मीन मालिकों की फिर व्यवस्था पूरी करने के लिए सिविल प्रशासन को मुबारकबाद दी और तेज़ी से प्रोजैक्ट मुकम्मल करने के लिए राष्ट्रीय हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एन.एच.ए.आई.) की सराहना भी की। यह प्रोजैक्ट राज्य में पिछली अकाली-भाजपा सरकार के दौरान बनी रुकावटों के कारण काफ़ी लेट हो गया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उनकी सरकार ने कार्यकाल संभाला था तो उनकी सरकार को वैकल्पिक ट्रैफिक़ की असफलता, बिजली बोर्ड द्वारा हाई टेंशन तारों को न बदलना, ज़मीन मालिकों द्वारा अधिग्रहण की ज़मीन का मुआवज़ा न मिलने के कारण अधिग्रहण की गई ज़मीन को खाली न करना, कई अदालती केस और रोक के हुक्मों के रूप में पुरानी सरकार की नाकामियां विरासत में मिलीं।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा विभिन्न समस्याओं को हल करना शुरू किया गया, जिनमें बिजली बोर्ड द्वारा हाई टेन्शन तारों को बदलना, अधिग्रहण की गई ज़मीन के बदले मालिकों को 99 प्रतिशत मुआवज़ा देना यकीनी बनाना, अधिग्रहण किए 50 ढांचों को खाली करवाकर ढहाना शामिल था। उन्होंने कहा कि कुशल कानूनी टीम द्वारा कानूनी अड़चने दूर की गईं और रोक के हुक्म हटाए गए। इसके अलावा ट्रैफिक़ के वैकल्पिक प्रबंधों को यकीनी बनाने के लिए 8 मार्शलों के नेतृत्व अधीन विशेष पुलिस टीमें तैनात की गईं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड लॉकडाउन के दौरान काम जारी रखने के लिए जगहों पर मज़दूरों के लिए विशेष प्रबंध किए गए।

जि़क्रयोग्य है कि यह प्रोजैक्ट 9 जून 2016 को शुरू हुआ था और पहले पड़ाव में सैक्टर-39 चौक-वेरका चौक से बलौंगी अंडरपास लोगों के लिए 25 सितम्बर 2020 को खोला गया। इसी तरह दूसरे पड़ाव में लुधियाना की तरफ फ्लाईओवर (देसूमाजरा से खानपुर) 12 दिसंबर 2020 और तीसरे पड़ाव में दाऊन से देसूमाजरा तक 28 दिसंबर 2020 को शुरू हुआ है।

इसके बाद पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने इस राष्ट्रीय हाईवे प्रोजैक्ट को पंजाब में शुरू करने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का धन्यवाद किया। ऐसे ही अन्य राष्ट्रीय हाईवे प्रोजेक्टों के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि कटरा-दिल्ली 16 गली एक्सप्रैसवे और अन्य कई प्रोजेक्टों पर काम चल रहा है, जिनकी ज़मीन अधिग्रहण करने का काम प्रगति अधीन है। उन्होंने यह भी बताया कि मोहाली जिले में लांडरा में प्रांतीय हाईवे प्रोजैक्ट के लिए 27 करोड़ रुपए मंज़ूर किए गए हैं।

इससे पहले स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू जो मोहाली से विधायक भी हैं, ने बोलते हुए कहा कि इस प्रोजैक्ट में अकेले स्तम्भों के सहारे 3.2 किलोमीटर लंबा छह मार्गी ऐलीवेट्ड कौरीडोर, तीन अंडरपास (बलौंगी, दाऊन और एयरपोर्ट रोड) और खानपुर में लुधियाना और रोपड़ रोड को जोड़ता हुआ एक बड़ा इंटरचेंज शामिल है। इस प्रोजैक्ट के साथ रोज़ाना बड़ी संख्या में जाने वाले राहगीरों को बड़ा फ़ायदा होगा। यहाँ लगते ट्रैफिक़ जाम ख़त्म होंगे, जो लोगों के लिए परेशानी और मुश्किल का कारण बनते थे। उन्होंने कहा कि जो लोग रोज़ाना ट्राईसिटी जाते हैं, उनको विशेष कर फ़ायदा होगा।

इस मौके पर अन्यों के अलावा पूर्व मंत्री जगमोहन सिंह कंग, मार्केट कमेटी खरड़ के चेयरमैन हरकेश चंद शर्मा मछली कलाँ, आई.जी. रोपड़ रेंज अमित प्रसाद, ए.डी.सी. (जनरल) मोहाली आशिका जैन, एस.एस.पी. मोहाली सतीन्दर सिंह और एस.डी.एम. खरड़ हिमांशु जैन भी उपस्थित थे।

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