चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी से भाजपा में सन्नाटा, AAP और कांग्रेस ने किया स्वागत, पढ़ें, क्या कहा कोर्ट ने

CHANDIGARH, 5 FEBRUARY: चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में कथित धांधली पर आज सामने आए सुप्रीम कोर्ट के रुख से भाजपा में जहां सन्नाटा है, वहीं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी यानी इंडिया गठबंधन ने बड़ी राहत महसूस करते हुए इसे सत्य की जीत की दिशा में बड़ा कदम बताया है। साथ ही उम्मीद की है कि अदालत में अंततः सत्य की ही विजय होगी।

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में आज पहले दिन सुनवाई करते हुए प्रथम दृष्टया उस सीसीटीवी फुटेज को धांधली का आधार मानते हुए टिप्पणी की, जिसमें चंडीगढ़ मेयर चुनाव के पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह अपने पैन से बैलेट पेपर्स पर कथित रूप से निशान लगाते हुए दिख रहे हैं। इन्हीं निशान के कारण उन्होंने 8 वोट रद्द कर दिए थे। सुप्रीम कोर्ट ने यह देखकर कहा कि ये लोकतंत्र का मजाक है। लोकतंत्र की हत्या है। पीठासीन अधिकारी को फटकार लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि क्या इसी तरह से चुनाव कराते हैं। पीठासीन अधिकारी ने मतपत्र विकृत कर दिए। उस पर तो मुकदमा दर्ज होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने चंडीगढ़ प्रशासन के वकील से कहा कि अपने अफसरों को बता दीजिए कि सुप्रीम कोर्ट की सब पर नजर है। सुप्रीम कोर्ट ने इस चुनाव के बैलेट पेपर, सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग समेत सभी चुनाव सामग्री संरक्षित करने का आदेश देते हुए चंडीगढ नगर निगम की 7 फरवरी को होने वाली बजट बैठक पर अगली सुनवाई तक रोक लगा दी। साथ ही इस मामले पर अगली सुनवाई की तिथि 19 फरवरी तय की है। इसके अलावा अगली सुनवाई पर पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह को खुद कोर्ट में उपस्थित होकर सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे कृत्य को स्पष्ट करने का भी आदेश दिया है।

दरअसल, तीस जनवरी को चंडीगढ़ के मेयर चुनाव के दौरान भाजपा समर्थित प्रिसाइडिंग ऑफिसर द्वारा इंडिया एलायंस के आठ वोट रद्द कर दिए जाने से भाजपा ये चुनाव जीत गई थी। भाजपा के मेयर उम्मीदवार मनोज सोनकर के पक्ष में सोलह और इंडिया एलायंस के उम्मीदवार कुलदीप सिंह टीटा के पक्ष में बारह वोट वैलिड करार दिए गए थे। इस चुनाव में भाजपा सांसद किरण खेर और पैंतीस निर्वाचित पार्षदों ने वोट डाले थे। इंडिया एलायंस ने चुनाव में सरेआम धांधली और बेईमानी किए जाने का आरोप लगाते हुए सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव का बहिष्कार कर दिया था। इसके बाद सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पदों पर भी भाजपा के ही उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया। मेयर चुनाव के खिलाफ इंडिया एलायंस तीस जनवरी को ही पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट चला गया था और इस चुनाव को रद्द करके दोबारा निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की थी। इस याचिका पर अगले दिन सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ प्रशासन से तीन हफ्ते में जवाब मांगा और इस मामले की अगली सुनवाई की तारीख छबीस फरवरी तय कर दी लेकिन मेयर चुनाव पर तत्काल रोक न लगाए जाने के हाईकोर्ट के रुख को देखते हुए आम आदमी पार्टी सुप्रीम कोर्ट चली गई। इंडिया गठबंधन से मेयर पद के उम्मीदवार रहे कुलदीप सिंह टीटा की याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय बैंच का गठन किया और इसी बैंच ने आज इस मामले की सुनवाई के दौरान इस चुनाव के पीठासीन अधिकारी रहे अनिल मसीह के रवैए पर तीखी टिप्पणियां की।

सुप्रीम कोर्ट के इस रुख का चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने स्वागत किया है। लक्की ने कहा कि चंडीगढ़ के लोग न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर देख रहे थे और आज के फैसले ने न्यायिक प्रणाली और कानून की प्रक्रिया में आम आदमी के विश्वास को और मजबूत किया है। हमें पूरी उम्मीद है कि न्याय और सत्य की जीत होगी।

चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक प्रवक्ता राजीव शर्मा ने कहा कि चण्डीगढ़ प्रदेश कांग्रेस शुरू से ही यह मांग कर रही है कि पीठासीन प्राधिकारी के रूप में किए गए विश्वासघाती और ग़ैरकानूनी कृत्यों के लिए अनिल मसीह के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए और इसके लिए पार्टी बार-बार सड़क पर विरोध प्रदर्शन भी कर रही है। चण्डीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने यह मांग भी रखी है कि चुनाव के संचालन से जुड़े अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका की जांच किए जाने की भी आवश्यकता है, क्योंकि वह सब भी इन लोकतंत्र विरोधी षडयंत्रों में बराबर के भागीदार हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता ने इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय अदालत के आदेश तक नगर निगम के सदन की बैठकों को निलंबित करने और चुनाव संबंधी दस्तावेजों को सील करने के आदेश का भी स्वागत करते हुए कहा है कि इससे देश में लोकतंत्र को समाप्त करने की भाजपा की साजिशों का खुलासा होगा।

चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने आम जनता से अपील की कि अपनी पूरी ताकत से देश में लोकतंत्र को नष्ट करने की भाजपा की कोशिशों का विरोध करे और पहले उपलब्ध अवसर पर अपने वोटों की ताकत से इस विभाजनकारी पार्टी को हराएं।

आम आदमी पार्टी के पूर्व चंडीगढ़ प्रदेश अध्यक्ष प्रेम गर्ग ने भी सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस चुनाव से भाजपा के मंसूबे साफ हो गए हैं कि वह सत्ता के लिए किस हद तक जा सकती है। इसलिए जनता अब आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को जरूर सबक सिखाएगी।

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