जब धर्म की हानि होती है और धरती पर असुरों का आतंक बढ़ता है, तब भगवान अवतार लेते हैंः आचार्य राजकुमार मिश्र

श्री सनातन धर्म मंदिर सैक्टर 32-डी चण्डीगढ़ में चल रही श्रीराम चरित मानस कथा

CHANDIGARH, 30 APRIL: श्री सनातन धर्म मंदिर सैक्टर 32-डी चण्डीगढ़ में 27 अप्रैल से 5 मई तक श्रीराम चरित मानस कथा चल रही है। इसमें आज कथा वाचक आचार्य राजकुमार मिश्र ने श्रीराम जन्म की कथा और नामकरण तथा विश्वामित्र के द्वारा राम-लक्ष्मण को यज्ञ रक्षा के लिए ले जाने, मार्ग में ताड़का-सुबाहु के वध तथा गौतम नारी अहिल्या के उद्धार, महाराज जनक की पुष्प वाटिका में वैदेही से श्रीराम के मिलन, धनुष भंग, प्रभु श्रीराम-सीता के विवाह का वर्णन किया।

आचार्य राजकुमार मिश्र ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के अवतरण के वैसे तो कई कारण हैं परन्तु मुख्य रूप से तीन कारण हैं। आचार्य राजकुमार मिश्र ने इन तीनों कारणों का बहुत प्रभावी वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जब-जब धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान अवतार लेते हैं। जब-जब धरातल पर असुरों का आतंक बढ़ता है, तब-तब भगवान अवतार लेते हैं। इस राम कथा के दौरान भक्तो ने भगवान श्रीराम के जीवन के बारे में कई नए तथ्यों को जाना। इस कार्यक्रम को सनातन धर्म मंदिर सेक्टर 32-डी की सभा द्वारा आयोजित किया जा रहा है। 5 मई को कथा का समापन हवन-पूजन के बाद भंडारे के साथ किया जाएगा।

error: Content can\\\'t be selected!!